त्रिकाया डांस फाउंडेशन की प्रस्तुति ‘कलर्स ऑफ इंडिया’ में झलका भारतीय नृत्य का जादू

कार्यक्रम की परिकल्पना और कोरियोग्राफी प्रसिद्ध कलाकार राकेश साईं बाबू (एसएनए बिस्मिल्ला खान युवा पुरस्कार प्राप्तकर्ता) और कलाक्षेत्र से शिक्षित व त्रिकाया डांस फाउंडेशन की निदेशक प्रिया श्रीनिवासन ने की थी। ‘कलर्स ऑफ इंडिया’ एक साधारण नृत्य प्रस्तुति नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक यात्रा थी—जहां भरतनाट्यम की सूक्ष्म अभिव्यक्ति, मयूरभंज छाऊ की दमदार फुर्ती, और ओडिसी, कथकली, कथक व कुचिपुड़ी की भावप्रवणता ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
राजस्थान, पंजाब, कश्मीर, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के जीवंत लोकनृत्यों ने प्रस्तुति में रंग और ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम पारंपरिकता और नवाचार का सुंदर संगम था, जो त्रिकाया फाउंडेशन के ‘जीवंत परंपरा’ के दर्शन को दर्शाता है।
यह कार्यक्रम फाउंडेशन की वार्षिक प्रस्तुति भी था, जो एक वर्ष की कठिन साधना, प्रशिक्षण और समुदायिक सहभागिता का उत्सव था। जूनियर विद्यार्थियों से लेकर अनुभवी कलाकारों तक, हर प्रस्तुति में समर्पण और कला की गहराई स्पष्ट नजर आई।
फाउंडेशन की निदेशक प्रिया श्रीनिवासन ने कहा, “‘कलर्स ऑफ इंडिया’ हमारी विविधता में एकता को समर्पित है। हर पदचिन्ह, हर ताल आज रात उस सांस्कृतिक संवाद की झलक थी जो हमें एक सूत्र में पिरोता है।”
राकेश साईं बाबू ने कहा, “हमने इस प्रस्तुति की कल्पना एक जीवंत कैनवास के रूप में की थी, जहां शास्त्रीय अनुशासन लोक जीवन्तता से मिलता है, और प्राचीन परंपराएं आज की पीढ़ी के माध्यम से आगे बढ़ती हैं।”
‘कलर्स ऑफ इंडिया’ के माध्यम से त्रिकाया डांस फाउंडेशन ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि वह न केवल कला का संवाहक है, बल्कि नई पीढ़ी के कलाकारों को प्रशिक्षित करने और भारत की सांस्कृतिक विरासत को जीवंत बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध एक सशक्त संस्था भी है।