शुभमन गिल पर बढ़ा दबाव, इशान किशन ने जड़ा शतक

The pressure on Shubman Gill increased as Ishan Kishan scored a century.चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: घरेलू क्रिकेट में धमाकेदार वापसी करते हुए इशान किशन ने एक बार फिर भारतीय टी20 टीम के ओपनिंग संयोजन पर बहस छेड़ दी है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी फाइनल में हरियाणा के खिलाफ 49 गेंदों पर शानदार शतक जड़ने के बाद, टी20 विश्व कप से ठीक 50 दिन पहले किशन की फॉर्म ने शुभमन गिल की जगह पर दबाव बढ़ा दिया है और टीम मैनेजमेंट के सामने चयन की नई चुनौती खड़ी कर दी है।

बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने झारखंड की अगुआई करते हुए फाइनल में 101 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसकी बदौलत उनकी टीम ने 3 विकेट पर 262 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह पारी न केवल बेखौफ बल्लेबाजी का नमूना थी, बल्कि निरंतर आक्रामकता से भी भरपूर रही। खास बात यह रही कि यह प्रदर्शन चयनकर्ता प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह की मौजूदगी में आया, जिससे इसकी अहमियत और बढ़ गई।

किशन ने पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त निरंतरता दिखाई और 10 पारियों में 517 रन बनाकर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के टॉप स्कोरर रहे। इससे पहले दलीप ट्रॉफी में भी वह शतक जड़ चुके हैं, जिससे उनका घरेलू सत्र बेहद प्रभावशाली रहा है।

इस प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने 27 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज की टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम में वापसी की जोरदार मांग शुरू कर दी है, खासकर आगामी टी20 विश्व कप को देखते हुए।

किशन का यह उभार इसलिए भी खास है क्योंकि वह लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे। 2023 में अनुशासनात्मक कारणों से उन्हें टी20 टीम से बाहर कर दिया गया था, उस समय राहुल द्रविड़ मुख्य कोच थे और अजीत अगरकर चयन समिति के अध्यक्ष थे। झारखंड की खिताबी जीत के बाद किशन ने स्वीकार किया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहना उनके लिए मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण रहा।

किशन ने स्पोर्टस्टार से कहा, “जब मेरा चयन नहीं हुआ तो मुझे काफी बुरा लगा, क्योंकि मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा था। लेकिन मैंने खुद से कहा कि अगर इतने प्रदर्शन के बाद भी चयन नहीं हो रहा है, तो शायद मुझे और बेहतर करना होगा, अपनी टीम को जिताना होगा।”

उन्होंने आगे कहा, “निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना बहुत जरूरी है। यही मेरा युवाओं को संदेश है—निराशा आपको पीछे ले जाती है, लेकिन कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और लक्ष्य पर फोकस आपको आगे बढ़ाता है।”

दूसरी ओर, शुभमन गिल अलग कारणों से आलोचनाओं के घेरे में हैं। सभी फॉर्मेट में खुद को स्थापित कर चुके और टीम के उपकप्तान गिल का टी20 अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड हाल के समय में प्रभावशाली नहीं रहा है। गर्दन की चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज़ से बाहर रहने के बाद टी20 टीम में वापसी से उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वह उस पर खरे नहीं उतर सके।

गिल ने तीन टी20 मैचों में सिर्फ 32 रन बनाए, जिसमें उनके स्कोर 4, 0 और 28 रहे। उनका औसत 10.66 और स्ट्राइक रेट 103.22 रहा, जो टी20 जैसे आक्रामक फॉर्मेट में उम्मीदों से काफी कम है। पूरे 2025 में भी गिल का टी20 प्रदर्शन साधारण रहा है—15 मैचों में 291 रन, औसत 24.25 और स्ट्राइक रेट 137.26।

अहमदाबाद में होने वाला अंतिम टी20 मैच गिल के लिए और मुश्किल भरा हो सकता है, क्योंकि पैर की चोट के चलते उनके बाहर रहने की संभावना है और संजू सैमसन के ओपनिंग करने की उम्मीद है। ऐसे में ऋतुराज गायकवाड़ और अब इशान किशन के साथ प्रतिस्पर्धा और तेज हो गई है।

टी20 विश्व कप की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और भारतीय टीम के लिए ओपनिंग स्लॉट सबसे बड़े चयन फैसलों में से एक बन गया है। घरेलू क्रिकेट में शतक के साथ इशान किशन ने यह साफ कर दिया है कि उन्हें नजरअंदाज करना अब आसान नहीं होगा।

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