अमेरिका ने 39 देशों पर यात्रा और प्रवेश प्रतिबंध लगाए, ट्रंप ने नए घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक नए घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक सुरक्षा, कमजोर वीटिंग प्रणालियों और उच्च वीज़ा ओवरस्टे दरों का हवाला देते हुए सात और देशों तथा फिलिस्तीनियों पर पूर्ण यात्रा प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा, 15 अन्य देशों पर आंशिक प्रवेश प्रतिबंध लागू किए गए हैं। इस फैसले के साथ ही अमेरिका द्वारा यात्रा या प्रवेश प्रतिबंध झेल रहे देशों की कुल संख्या बढ़कर 39 हो गई है।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी फैक्ट-शीट के अनुसार, नए घोषणापत्र में बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान और सीरिया को पूर्ण यात्रा प्रतिबंध की सूची में शामिल किया गया है। इसके साथ ही, फिलिस्तीनी अथॉरिटी द्वारा जारी यात्रा दस्तावेज़ रखने वाले व्यक्तियों (यानी फिलिस्तीनियों) पर भी पूरी तरह से यात्रा प्रतिबंध लागू किया गया है।
इसके अलावा, लाओस और सिएरा लियोन, जिन पर पहले आंशिक प्रवेश प्रतिबंध थे, अब पूर्ण यात्रा प्रतिबंध वाले देशों की श्रेणी में आ गए हैं। ये सभी बढ़े हुए प्रतिबंध 1 जनवरी से प्रभावी होंगे।
यह घोषणा होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम के उस बयान के दो सप्ताह बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रंप प्रशासन मौजूदा यात्रा प्रतिबंधों को 19 देशों से बढ़ाकर 30 से अधिक देशों तक विस्तारित करने की योजना बना रहा है। हालांकि, उस समय उन्होंने न तो सटीक संख्या बताई थी और न ही देशों के नाम उजागर किए थे।
अमेरिका पहले से ही 12 देशों — अफगानिस्तान, म्यांमार (बर्मा), चाड, रिपब्लिक ऑफ कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन — पर पूर्ण यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुका है।
हालिया हमलों के बाद इमिग्रेशन नीति में सख्ती
ट्रंप प्रशासन का यह नवीनतम कदम 26 नवंबर को वाशिंगटन डीसी में दो नेशनल गार्ड सदस्यों की हत्या के बाद इमिग्रेशन नीति में बड़ी सख्ती के रूप में देखा जा रहा है। इस हमले का आरोपी एक अफगान नागरिक था, जो पहले CIA से जुड़ी एक यूनिट के साथ काम कर चुका था। वह 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अमेरिका आया था और इस वर्ष की शुरुआत में वीटिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे शरण दी गई थी। प्रशासन ने इस घटना को सख्त इमिग्रेशन नियंत्रण की आवश्यकता के उदाहरण के रूप में पेश किया है।
इसके अलावा, यह फैसला 13 दिसंबर को सीरिया में इस्लामिक स्टेट के एक घात लगाकर किए गए हमले के बाद भी लिया गया, जिसमें दो अमेरिकी सैनिकों और एक अमेरिकी नागरिक दुभाषिए की मौत हो गई थी।
15 देशों पर आंशिक प्रवेश प्रतिबंध
नए घोषणापत्र के तहत 15 देशों पर आंशिक प्रवेश प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें शामिल हैं:
अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, कोटे डी आइवर, डोमिनिका, गैबॉन, गाम्बिया, मलावी, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे।
इसके अलावा, बुरुंडी, क्यूबा, टोगो और वेनेजुएला के नागरिकों के लिए पहले से लागू आंशिक प्रवेश प्रतिबंध जारी रहेंगे।
हालांकि, नए आदेश में तुर्कमेनिस्तान को कुछ राहत दी गई है। इस फैसले के तहत तुर्कमेनिस्तान के नागरिकों के लिए नॉन-इमिग्रेंट वीज़ा पर लगी पाबंदियां हटा ली गई हैं, जिससे वह एकमात्र ऐसा देश बन गया है जिसे इस दौर में आंशिक ढील मिली है।
