सेक्स को लेकर समाज में ग़लतफहमियां हैं: हॉलीवुड अभिनेत्री एमिली राताजकोव्स्की

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: हॉलीवुड अभिनेत्री एमिली राताजकोव्स्की ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्होंने जब कुछ समय के लिए सेलिबेसी (ब्रह्मचर्य) अपनाया, तो उनकी लेखन क्षमता में आश्चर्यजनक रूप से सुधार देखने को मिला।
‘Interview’ मैगज़ीन से बातचीत में 33 वर्षीय अभिनेत्री ने बताया, “मैंने हाल ही में एक पीरियड सेलिबेसी में बिताया और जब मैंने अपने एक दोस्त के साथ ड्रिंक्स लीं तो मैंने कहा कि मैंने महसूस किया है कि मेरी लेखनी बेहतर हो गई है।”
उनके दोस्त ने इस पर खूबसूरत जवाब दिया, “आख़िरकार, कला बनाना और सेक्स या किसी से जुड़ाव की चाह, दोनों ही इंसानों से कनेक्शन की तलाश का जरिया हैं। ऐसे में ये एनर्जी आपस में अदल-बदल हो सकती है।”
एमिली ने कहा कि समाज अक्सर सेक्स के मकसद को गलत समझता है, और यह मानता है कि सेक्स से सभी को एक जैसी चीज़ें मिलनी चाहिए – जैसे ऑक्सीटोसिन, आत्म-सम्मान या क्लोज़नेस। लेकिन उनके अनुसार, सेक्स का अनुभव हर व्यक्ति और हर रिश्ते में अलग हो सकता है।
“सेक्स एक ही रिश्ते में भी अलग-अलग भावनाओं को ज़ाहिर करने का जरिया हो सकता है – कभी कैथार्सिस, कभी नज़दीकी, कभी खेल की तरह, तो कभी खुद के लिए संतुष्टि पाने का ज़रिया। यह दुख को साझा करने का तरीका भी हो सकता है, जैसे गले लगाना, बातचीत करना, साथ में चलना या मेडिटेशन करना।”
उन्होंने अपने लेखन छात्रों का ज़िक्र करते हुए कहा, “वो सेक्स सीन लिखने से डरते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वो ‘अच्छा’ होना चाहिए। लेकिन अच्छा सेक्स सीन किस संदर्भ में? यह भी एक सीन है जैसे बाकी, और अपने आप में वैसा ही होना चाहिए जैसा उस किरदार की ज़िंदगी में फिट बैठता हो।”