तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने अपनी सहयोगी महुआ मोइत्रा का समर्थन करने के लिए देश से माफी मांगी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस में जारी अंदरूनी टकराव के बीच लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद कल्याण बनर्जी ने महुआ मोइत्रा पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महुआ में “बुनियादी कृतज्ञता की कमी” है और उन्हें बचाव करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
कल्याण बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “2023 में जब महुआ मोइत्रा संसद में निशाने पर थीं, तब मैंने मजबूरी में नहीं बल्कि अपने विश्वास के आधार पर उनका समर्थन किया। आज वह मुझे ‘मिसोजिनिस्ट’ कहकर उसका जवाब दे रही हैं। मुझे देश से माफ़ी मांगनी चाहिए कि मैंने ऐसी इंसान का बचाव किया, जिसमें कृतज्ञता का भाव ही नहीं है। लोग अब उनके शब्दों को समझें और खुद फैसला करें।”
कल्याण बनर्जी के इस बयान के कुछ घंटों बाद महुआ मोइत्रा ने काकोली घोष दस्तीदार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस की नई मुख्य सचेतक बनाए जाने पर बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “मेरी वरिष्ठ सहयोगियों काकोली घोष दस्तीदार और शताब्दी रॉय को क्रमशः चीफ व्हिप और डिप्टी लीडर नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई। भगवान आप पर कृपा बनाए रखें।”
पिछले कुछ महीनों से दोनों सांसदों के बीच जुबानी जंग लगातार तेज होती गई है। हाल ही में एक पॉडकास्ट में महुआ मोइत्रा ने कहा था, “आप सुअर से कुश्ती नहीं करते, क्योंकि सुअर को मजा आता है और आप गंदे हो जाते हैं। भारत में कई गहरे स्त्रीविरोधी, यौन कुंठित और विकृत मानसिकता वाले पुरुष हैं और संसद में सभी दलों में उनका प्रतिनिधित्व है।”
जून में एक कॉलेज छात्रा के साथ हुए बलात्कार के बाद कल्याण बनर्जी ने कहा था, “अगर कोई दोस्त अपने दोस्त का रेप करता है तो सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है? क्या स्कूलों में भी पुलिस तैनात करनी होगी?” तृणमूल कांग्रेस ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया था और महुआ मोइत्रा ने टिप्पणी की थी, “भारत में स्त्रीद्वेष सभी दलों में है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस की खासियत यह है कि वह ऐसे घटिया बयानों की निंदा करती है, चाहे वह किसी ने भी दिए हों।”
इसके जवाब में कल्याण बनर्जी ने महुआ मोइत्रा पर निजी हमला करते हुए उनके हालिया विवाह को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, “वो कहती है कि मैं महिला विरोधी हूं। लेकिन वह क्या है? उसने एक परिवार तोड़कर 65 साल के आदमी से शादी की है और अब मुझे महिला विरोधी बता रही है।”
महुआ के “सुअर” वाले बयान के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कल्याण बनर्जी ने फिर पलटवार करते हुए कहा, “एक सांसद की तुलना ‘सुअर’ से करना केवल दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं बल्कि लोकतांत्रिक संवाद के बुनियादी मूल्यों के प्रति भी असम्मान दर्शाता है। सार्वजनिक जीवन में हर किसी को जवाबदेही और आचरण पर सवालों का सामना करना चाहिए – चाहे वह पुरुष हो या महिला।”
उन्होंने कहा, “किसी पुरुष को ‘यौन कुंठित’ कहना साहस नहीं बल्कि खुला अपमान है। अगर यही भाषा किसी महिला के लिए इस्तेमाल होती तो देशभर में आक्रोश होता और वह उचित भी होता। लेकिन जब पुरुष निशाना बनता है, तो उसे या तो नजरअंदाज कर दिया जाता है या ताली बजाई जाती है। साफ कहें तो, गाली-गलौज, गाली ही होती है – चाहे वह किसी भी लिंग के खिलाफ क्यों न हो।”
कल्याण बनर्जी ने इस्तीफा देने के पीछे कारण बताते हुए कहा कि ‘दीदी’ ने एक वर्चुअल बैठक में कहा था कि पार्टी सांसदों के बीच समन्वय की कमी है। उन्होंने कहा, “अगर दोष मेरा है तो मैंने पद से हटने का फैसला किया।”
ममता बनर्जी ने सभी सांसदों से आपसी झगड़े बंद करने और विशेष संशोधन के मुद्दे पर सरकार से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। पार्टी अब अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है, जहां ममता बनर्जी चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर रही हैं।