ईरान-इज़राइल युद्धविराम पर ट्रंप का बड़ा ऐलान: “अब युद्धविराम प्रभावी है, कृपया इसका उल्लंघन न करें”
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि ईरान और इज़राइल के बीच युद्धविराम अब प्रभाव में आ गया है। ट्रंप ने दोनों देशों को चेतावनी दी कि वे इस समझौते का उल्लंघन न करें। यह बयान ऐसे समय आया है जब बीते कुछ घंटों में ईरान ने इज़राइल के कब्जे वाले इलाकों पर कई मिसाइल हमले किए थे।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा, “युद्धविराम अब लागू हो गया है। कृपया इसका उल्लंघन न करें।”
डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले 12 दिनों से जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक पूर्ण युद्धविराम की अपील की थी, जो चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाना था। युद्धविराम की शुरुआत मंगलवार सुबह 0400 GMT से ईरान के हमलों को रोकने के साथ हुई। 12 घंटे बाद इज़राइल को अपनी सैन्य कार्रवाई रोकनी थी।
ईरानी मीडिया की पुष्टि
ईरान की सरकारी मीडिया ने भी पुष्टि की कि युद्धविराम लागू हो गया है। हालांकि इससे ठीक पहले, ईरान ने इज़राइली क्षेत्रों पर पांचवी और अंतिम मिसाइलों की लहर दागी थी, जिसमें दक्षिणी हिस्से में कम से कम 7 लोगों की मौत हुई।
मिसाइल हमलों की समाप्ति के बाद इज़राइली सेना ने कहा कि अब देशभर में लोगों को शरण स्थलों के पास रहने की जरूरत नहीं है। सेना के अनुसार, “स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद, पूरे देश में सुरक्षित स्थानों के पास रहने की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है।”
ट्रंप की युद्धविराम घोषणा से कुछ घंटे पहले, ईरान ने कतर में एक अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमला किया था। ट्रंप ने इस हमले को अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों की “कमजोर जवाबी कार्रवाई” बताया।
सीज़फायर की मध्यस्थता
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने Reuters को बताया कि ट्रंप ने इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात कर यह युद्धविराम समझौता कराया, जिसमें इज़राइल ने शर्त रखी कि ईरान आगे हमले नहीं करेगा तभी वह भी रुक जाएगा।
ईरान ने भी युद्धविराम की पुष्टि की, लेकिन उसके विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक इज़राइल हमले नहीं रोकेगा, तेहरान संघर्ष नहीं रोकेगा।
13 जून से शुरू हुए संघर्ष में ईरान और इज़राइल ने एक-दूसरे पर कई हवाई हमले किए। अमेरिका भी सप्ताहांत में इज़राइल के साथ मिलकर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले कर चुका है। इज़राइल का आरोप है कि ईरान परमाणु हथियार हासिल करने के करीब है, जबकि ईरान ने हमेशा इस आरोप से इनकार किया है।
ईरानी सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने हाल ही में कहा था कि, “अगर हम चाहें तो परमाणु हथियार बना सकते हैं और दुनिया का कोई भी नेता हमें रोक नहीं पाएगा।”