यूक्रेन को मिलेगा अमेरिका से पैट्रियट डिफेंस सिस्टम, ट्रंप ने रूस पर कड़े प्रतिबंधों के दिए संकेत
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की कि वॉशिंगटन यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम भेजेगा और रूस पर नए प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए। ट्रंप ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “हम उन्हें पैट्रियट्स भेजेंगे, जिसकी उन्हें बेहद जरूरत है।” हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितनी संख्या में हथियार भेजे जाएंगे। ट्रंप ने यह भी कहा, “मैंने संख्या तय नहीं की है, लेकिन उन्हें कुछ हथियार जरूर मिलेंगे क्योंकि उन्हें सुरक्षा की जरूरत है।” ट्रंप का यह बयान न्यू जर्सी में फीफा क्लब वर्ल्ड कप फाइनल देखने के बाद ज्वाइंट बेस एंड्रयूज पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान आया।
ट्रंप की इस घोषणा से कुछ ही समय पहले व्हाइट हाउस ने पहले दिए गए उस बयान से यू-टर्न लिया है जिसमें कहा गया था कि अमेरिका कुछ हथियारों की आपूर्ति रोक सकता है। अब नई डील के तहत नाटो यूक्रेन को भेजे जाने वाले कुछ अमेरिकी हथियारों की कीमत चुकाएगा। ट्रंप ने कहा, “हम उन्हें कई अत्याधुनिक सैन्य उपकरण भेजने जा रहे हैं और वे हमें उसका 100 प्रतिशत भुगतान करेंगे। यह हमारे लिए व्यापार होगा।”
ट्रंप ने एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि वह पुतिन से “निराश” हैं। उन्होंने कहा, “पुतिन बहुतों के लिए चौंकाने वाले रहे हैं। वह अच्छे से बात करते हैं और फिर शाम को सब पर बमबारी कर देते हैं।” राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने शुरुआत में रूस पर प्रतिबंध लगाने से परहेज़ किया था और उम्मीद जताई थी कि वे पुतिन के साथ मिलकर युद्ध खत्म कर सकते हैं। लेकिन अब जब रूस बार-बार अमेरिका और यूक्रेन द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम को ठुकरा रहा है, ट्रंप भी कड़े रुख की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।
रविवार को ट्रंप ने यह भी कहा कि वह सोमवार को रूस को लेकर एक “बड़ा बयान” देंगे। इसी दिन ट्रंप की नाटो महासचिव मार्क रुटे से वॉशिंगटन में मुलाकात भी तय है और अमेरिका का विशेष दूत भी यूक्रेन के लिए अपनी अगली यात्रा शुरू करेगा।
उधर, अमेरिकी सीनेटरों ने एक द्विदलीय विधेयक पेश किया है जो राष्ट्रपति ट्रंप को रूस के खिलाफ “हथौड़ा जैसा प्रतिबंध पैकेज” लागू करने का अधिकार देगा। रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने बताया कि इस बिल के तहत ट्रंप रूस की अर्थव्यवस्था और उन देशों पर 500 प्रतिशत तक टैरिफ लगा सकते हैं जो रूस की युद्ध मशीन को समर्थन दे रहे हैं – इनमें चीन, भारत और ब्राज़ील जैसे देश शामिल हो सकते हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा, “बिना किसी संदेह के, यही वह दबाव है जिससे शांति करीब आ सकती है और कूटनीति केवल औपचारिकता नहीं रहेगी।”
सीनेटर ग्राहम और डेमोक्रेटिक सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल सोमवार रात नाटो महासचिव रुटे से मुलाकात करेंगे, जहां रूस के जमे हुए विदेशी संपत्तियों को जब्त कर यूक्रेन को देने के विकल्प पर भी चर्चा होगी। ब्लूमेंथल ने कहा, “अमेरिका के पास भी करीब 5 अरब डॉलर की रूसी संपत्तियां हैं और मुझे लगता है कि अब उन्हें इस्तेमाल करने का वक्त आ गया है।” तीन साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यह घटनाक्रम युद्ध की दिशा और अमेरिका की विदेश नीति पर गहरा असर डाल सकता है।