एशिया कप में भारत-पाक मैच को लेकर बोले वसीम अकरम , “अगर भारत नहीं भी खेले, तो भी खेल चलते रहना चाहिए”

Wasim Akram spoke about the India-Pakistan match in Asia Cup, "Even if India does not play, the game should go on"
(Screenshot/Twitter Video)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: पूर्व दिग्गज पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ वसीम अकरम ने आगामी एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मुकाबले को लेकर अपनी राय रखी है। एशिया कप 9 सितंबर से शुरू होने जा रहा है, और इस बार भारत ने राजनीतिक तनाव के बावजूद टूर्नामेंट में भाग लेने की सहमति दी है। हालांकि कई फैंस और कुछ विशेषज्ञों ने बीसीसीआई से टूर्नामेंट का बहिष्कार करने की मांग की थी।

भारत और पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में तीन बार आमने-सामने आ सकते हैं—अगर दोनों टीमें फाइनल तक पहुंचती हैं। इसी बीच अकरम ने साफ तौर पर कहा है कि यदि भारत अंतिम समय पर मैच खेलने से इनकार भी कर दे, तब भी टूर्नामेंट पर इसका असर नहीं पड़ना चाहिए।

“एशिया कप का शेड्यूल आ चुका है, विवाद भी चल रहा है। लेकिन हम पाकिस्तान में शांत हैं। हम खेलें या न खेलें, हमें फर्क नहीं पड़ता। खेल चलते रहना चाहिए,” अकरम ने ‘Stick To Cricket’ पॉडकास्ट पर कहा।

वसीम अकरम ने यह भी उम्मीद जताई कि आने वाले समय में भारत और पाकिस्तान के बीच टेस्ट सीरीज़ भी देखने को मिलेगी।
“मैं उम्मीद करता हूं कि अपनी ज़िंदगी में भारत-पाकिस्तान के बीच एक टेस्ट सीरीज़ देख सकूं,” उन्होंने कहा।

हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच इस समय संबंध बेहद तनावपूर्ण हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में इस साल हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद हालात और बिगड़ गए। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर निशाना साधते हुए बड़ी कार्रवाई की, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया।

इस संवेदनशील स्थिति के बीच, अकरम ने खेल को राजनीति से अलग रखने की अपील की।

“राजनीति अपनी जगह है, मैं कोई राजनेता नहीं हूं। वे अपने देश से देशभक्ति रखते हैं, हम अपने देश से। नीचे गिरने की ज़रूरत नहीं है। अपने देश की उपलब्धियों पर बात करें, पाकिस्तान हो या भारत — सभी को यही करना चाहिए। लेकिन ये कहना आसान है, करना मुश्किल,” उन्होंने कहा।

अब देखना होगा कि एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच कितने मुकाबले होते हैं, और क्या वाकई यह टूर्नामेंट दोनों देशों के बीच एक सकारात्मक कड़ी बन सकता है।

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