“आतंकियों को पाकिस्तानी बताने पर सवाल क्यों?” संसद में गरजे अमित शाह, चिदंबरम और कांग्रेस पर किया तीखा हमला

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही बहस के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कांग्रेस और वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम पर जोरदार हमला बोला। शाह ने चिदंबरम की उस टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने पहलगाम हमलावरों को “घरेलू आतंकवादी” कहने की संभावना जताई थी और कहा था कि यह जरूरी नहीं कि वे पाकिस्तान से ही आए हों।
गृहमंत्री ने संसद में कहा, “सरकार और जांच एजेंसियों के पास पूरे सबूत हैं कि हमलावर पाकिस्तान से आए थे। उनके वोटर आईडी कार्ड हमारे पास हैं, जो पाकिस्तान के हैं। उनके पास से बरामद राइफलें भी पाकिस्तान निर्मित हैं। यहां तक कि उनके पास से पाकिस्तान में बनी चॉकलेट्स भी मिली हैं। फिर भी पूर्व गृह मंत्री आतंकियों की राष्ट्रीयता पर सवाल उठा रहे हैं।”
अमित शाह ने तीखे लहजे में पूछा, “आप किसे बचाना चाहते हैं? पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या हासिल होगा?” उन्होंने आगे कहा, “पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तानियों को क्लीन चिट दे रहे हैं।”
यह बयान चिदंबरम द्वारा एक समाचार पत्र को दिए गए हालिया इंटरव्यू के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार यह स्पष्ट नहीं कर रही कि आतंकवादी कौन थे और कहां से आए। चिदंबरम ने कहा था, “अब तक यह नहीं बताया गया कि हमलावर कौन थे, कहां से आए थे। संभव है कि वे स्थानीय आतंकवादी हों। हम क्यों मान लें कि वे पाकिस्तान से आए थे, जब तक इसका पुख्ता प्रमाण न हो?”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शाह ने कहा कि विपक्ष देश की सुरक्षा के मुद्दे पर भी राजनीति कर रहा है। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों को सुरक्षा बलों ने रिकॉर्ड समय में ढेर कर दिया।
जब समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव समेत विपक्षी सांसदों ने हमलावरों को 100 दिन बाद भी न्याय के कटघरे में लाने में देरी का मुद्दा उठाया, तो शाह ने पलटवार करते हुए कहा, “क्या आतंकियों को मार गिराना आपको खुशी नहीं देता?”
उन्होंने आगे कहा, “मैं समझता था कि पहलगाम हमलावरों को मार गिराने की खबर से सदन के हर सदस्य के चेहरे पर मुस्कान आएगी, लेकिन यह देखकर हैरानी हो रही है कि आप खुश नहीं हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में हमें एकजुट रहना चाहिए, न कि अपने-अपने मत और पहचान के अनुसार प्रतिक्रिया देनी चाहिए।”
अमित शाह ने जोर देकर कहा कि भारत सरकार और सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं और आतंकवाद के खिलाफ हर मोर्चे पर कड़ा जवाब देंगे।
“राष्ट्र की सुरक्षा कोई दलगत राजनीति का विषय नहीं, बल्कि सभी का साझा दायित्व है,” उन्होंने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा।