हनी सिंह और करण औजला को महिला आयोग का समन, अश्लील गानों पर कार्रवाई की तैयारी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली:
नई दिल्ली: मशहूर पंजाबी सिंगर हनी सिंह और करण औजला अपने गानों में महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक और अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर कानूनी मुश्किलों में फंस गए हैं। पंजाब राज्य महिला आयोग ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए दोनों कलाकारों को नोटिस जारी किया है और उन्हें 11 अगस्त 2025 को आयोग के सामने पेश होने के लिए समन भेजा है।
करण औजला के हाल ही में रिलीज़ हुए गाने “एमएफ गबरू” को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस गाने में महिलाओं के लिए कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है। आयोग ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को निर्देश दिया है कि वे एक वरिष्ठ अधिकारी को मामले की जांच के लिए नियुक्त करें। करण औजला को निर्देश दिया गया है कि वे तय तारीख पर आयोग के समक्ष पेश हों। यह गाना 1 अगस्त 2025 को यूट्यूब पर जारी किया गया था और इसे अब तक 30 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है। इस गाने के बोल, संगीत और गायकी तीनों ही करण औजला के हैं, जबकि संगीत निर्माता इक्की हैं।
वहीं, हनी सिंह भी अपने गाने “मिलियनेयर” को लेकर निशाने पर हैं, जो उनके 2024 में आए कमबैक एल्बम “ग्लोरी” का हिस्सा था। महिला आयोग ने हनी सिंह के खिलाफ भी स्वतः संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है। पंजाब डीजीपी को पत्र भेजकर उनसे मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारी नियुक्त करने का अनुरोध किया गया है। हनी सिंह को भी 11 अगस्त को सुबह 11:30 बजे आयोग के समक्ष पेश होने के निर्देश दिए गए हैं। “मिलियनेयर” के अलावा हनी सिंह के इस एल्बम में “पायल”, “जट्ट महकमा”, “बोनिटा” और “हाई ऑन मी” जैसे गाने भी शामिल थे। एल्बम का प्रस्तुतीकरण गुलशन कुमार और टी-सीरीज़ द्वारा किया गया था।
इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए महिला आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल ने कहा कि जो लोग इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “इसलिए मैंने दोनों को समन किया है। ऐसे गानों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। गायक समाज की आवाज़ होते हैं। एक तरफ वे कहते हैं कि वे अपनी मां से बहुत प्यार करते हैं और दूसरी तरफ अपनी मां के बारे में गानों में गालियां दे रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “गानों में मां को लेकर की गई गालियां बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।”
सूत्रों के अनुसार, फिलहाल करण औजला और हनी सिंह दोनों ही देश से बाहर हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें सुनवाई में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया है।