अदाणी विल्मर के डिप्टी सीईओ अंग्शु मल्लिक ने कहा, फॉरचून राइसब्रान ऑयल से दिल की बीमारी का कोई संबध नहीं

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को दिल का दौरा पड़ने के बाद  सोशल मीडिया पर उनके द्वारा फॉरचून राइसब्रान ऑयल का प्रचार करने को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलने लगी जिसे अदाणी विल्मर के डिप्टी सीईओ अंग्शु मल्लिक ने सिरे से नकार दिया है।

उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि फॉरचून राइसब्रान ऑयल खाने से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है। दिल की बीमारी के लिए कई सारे कारक होते है। राइसब्रान ऑयल कोई दवा नहीं है, बल्कि मात्र एक कुकिंग ऑयल यानी खाना पकाने का तेल है। आहार और वंशानुगत समस्याओं सहित हृदय रोगों को प्रभावित करने वाले कई कारक होते हैं।

उन्होंने कहा कि, “राइसब्रान ऑयल सबसे स्वस्थ तेलों में से एक है। इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। राइब्रान ऑयल में मौजूद गामा ओरीज़ोनल खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और लिपिड प्रोफाइल को बेहतर बनाता  है। सौरव गांगुली हमारे फॉरचून राइसब्रान ऑयल को एंडोर्स करने वाले ब्रांड एंबेसडर बने। राइसब्रान ऑयल कोई दवा नहीं है, बल्कि मात्र एक कुकिंग ऑयल यानी खाना पकाने का तेल है। आहार और वंशानुगत समस्याओं सहित हृदय रोगों को प्रभावित करने वाले कई कारक होते हैं। हम सौरव के साथ काम करना जारी रखेंगे और वह हमारे ब्रांड एंबेसडर बने रहेंगे। हम सौरव के साथ मिलकर फिर से आगे बढ़ने की योजना बना रहे हैं और जब तक वह सम्पूर्ण रूपसे स्वस्थ नहीं हो जाते हे केवल तब तक के लिए हमने अपने टीवी विज्ञापन को रोक दिया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और किसी के साथ भी हो सकती है। हम उनके जल्द ही स्वस्थ हो जाने की कामना करते है।”

अंग्शु मल्लिक  ने कहा कि, “खाद्य तेल भारतीय रसोई का अभिन्न अंग है। हमारे लिए उपलब्ध कई तेलों में से, राइसब्रान को हृदय के लिए स्वास्थ्यप्रद विकल्प माना जाता है। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन इससे सहमत हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, राइसब्रान ऑयल में अन्य वनस्पति तेलों के मुकाबले मोनोअनसैचुरेटेड, पॉलीअनसेचुरेटेड और सैचुरेटेड वसा की स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छी संभव संरचना होती है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने भी पाया है कि राइसब्रान ऑयल में एमयूएफए, ओमेगा-6 पीयूएफए, और प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट जैसे ओरिजेनोल, टोकोफेरोल्स और टोकोट्राईएनोल्स पाये जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉलके स्तरको कम करते हैं।”

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