अपनी मांगों पर अड़े किसान नेता
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: किसानों के साथ सरकार की आज तीसरे दौर की बातचीत के लिए कई किसान नेता विज्ञानं भवन पहुँच रहे हैं और उम्मीद जाता रहे हैं कि इस वार्ता से कुछ हल निकल जाय, लेकिन भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने वार्ता से पहले केंद्र सरकार के सामने तीन मांगे रखी हैं जिसको लेकर इस बातचीत की सफलता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार पहला स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट को लागू करे। दूसरा तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और तीसरा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाये। इसके बाद ही हमारा आंदोलन खत्म होगा। हालांकि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उम्मीद जतायी है कि आज की बातचीत के सकारात्मक नतीजे जरूर निकलेंगे।
वहीं सरकार के साथ आज होने वाली बातचीत को लेकर किसान नेता हनन मुल्ला ने कहा है कि अब यह सरकार पर ही निर्भर करेगा कि आंदोलन चलता रहेगा या खत्म हो जायेगा। हमें उम्मीद है कि सरकार किसानों के हित में काम करेगी और हमारी मांगों को मानेगी।
किसानों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली को गाजियाबाद और नोएडा से जोड़ने वाले गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर सोमवार को बंद हैं। यातायात पुलिस ने लोगों से आनंद विहार, डीएनडी, भोपुरा और लोनी बॉर्डर से होकर दिल्ली आने का सुझाव दिया है। यातायात पुलिस के अधिकारी लगातार ट्विटर पर लोगों को बंद एवं परिवर्तित मार्गों की जानकारी दे रहे हैं। यातायात पुलिस ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट में बताया कि सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद हैं। उसने कहा कि कृपया लामपुर, सफियाबाद, पल्ला और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर जाएं।