लखीमपुर घटना से मोदी सरकार की सोच पता चलता है: सोनिया गाँधी
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। सोनिया गाँधी ने लखीमपुर खीरी की घटना के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि इस से मोदी सरकार का किसानों के आन्दोलन के प्रति क्या रवैया है ये पता चलता है।
सोनिया गाँधी ने कहा, “लखीमपुर खीरी में चौंकाने वाली घटनाएं बीजेपी की मानसिकता को दर्शाती हैं। वह किसान आंदोलन को कैसे देखती है, किसानों द्वारा अपने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए इस दृड़ संघर्ष से कैसे निपटती है।”
करीब तीन घंटे कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक चलने के बाद ये फैसला हुआ है कि सितंबर 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव हो सकता है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि बैठक में कांग्रेस सोनिया गांधी ने नाराज चल रहे नेताओं को भी नसीहत दी है। उन्होंने कपिल सिब्बल समेत ‘जी 23′ समूह के कुछ नेताओं की ओर से पिछले दिनों सार्वजनिक रूप दिए बयान दिए जाने को लेकर कहा कि पार्टी के भीतर बात होनी चाहिए न कि किसी और मंच पर।
सोनिया गाँधी ने कहा कि, वह ही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं तथा उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में यह भी बताया कि अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी की जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ही इसे टालना पड़ा तथा अब इसकी रूपरेखा पेश की जाएगी।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “मैं मानसून संसद के स्थगित होने के बाद से यह बैठक करना चाहती थी। अब जब हम सभी का दोहरा टीकाकरण हो गया है, तो मैंने फैसला किया कि हम अपने मास्क के साथ आमने-सामने बैठकर बात करें। सबसे पहले मैं डॉ मनमोहन सिंह के पूर्ण और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
सोनिया गांधी ने किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा, महंगाई, विदेश नीति और चीन की आक्रामकता के मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष ने आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते हैं एवं अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे।