नैनोबॉडी से लग सकता है कोरोना पर अंकुश, वैज्ञानिकों का दावा

Omicron infected person found in Gujarat, returned from Zimbabwe just days agoचिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैज्ञानिकों ने एक एंटीबॉडी का एक छोटा पार्ट का खोज किया है।  वैज्ञानिकों ने एंटीबॉडी का अंश माने जाने वाले एक ऐसे नैनोबॉडी की पहचान की है, जो कोरोना पर अंकुश लगा सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह मानव कोशिकाओं में वायरस को दाखिल होने से रोकने में सक्षम है।

नेचर कम्यूनिकेशन पत्रिका में छपे एक रिपोर्ट के अनुसार नैनोबॉडी में कोरोना के खिलाफ एंटीवायरल इलाज के तौर पर विकसित होने की क्षमता है। स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता गेराल्ड मैकइनर्नी ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हमारे निष्कर्षो से कोरोना महामारी से मुकाबले में मदद मिल सकती है।’

रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों ने कहा है कि नैनोबॉडी की खोज गत फरवरी में उस समय शुरू की गई, जब भेड़ सरीखे एक पशु को कोरोना से संक्रमित पाया गया था। संक्रमण के करीब 60 दिन बाद उसके रक्त के नमूनों में स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ मजबूत इम्यून रिस्पांस पाया गया। कोरोना वायरस इसी प्रोटीन के जरिये मानव कोशिकाओं में दाखिल होता है।

शोधकर्ताओं ने इस पशु की बी सेल्स (कोशिकाओं) में नैनोबॉडी का विश्लेषण किया। बी सेल्स एक तरह की व्हाइट ब्लड सेल होती है। इसी दौरान टीवाई1 नामक नैनोबॉडी की पहचान की गई, जो स्पाइक प्रोटीन से जुड़कर कोरोना को निष्प्रभावी करने की क्षमता रखता है।

शोधकर्ताओं ने कहा, ‘हमारे नतीजों से जाहिर होता है कि टीवाई1 प्रभावी तरीके से कोरोना के स्पाइक प्रोटीन से जुड़ सकता है और इस वायरस को बेअसर कर सकता है। इस गतिविधि को परखने के लिए अब पशुओं पर अध्ययन किया जा रहा है।’

 

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