18 साल का इंतज़ार खत्म: विराट कोहली ने पहली बार उठाई IPL ट्रॉफी, भावुक लम्हों ने पिघला दिए करोड़ों दिल
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में जब जोश हेज़लवुड ने आईपीएल 2024 फाइनल के 20वें ओवर की दूसरी गेंद डाली, तो मैदान पर विराट कोहली की नम आंखें और भावुक चेहरा हर दर्शक का दिल छू गया। जैसे ही आखिरी गेंद फेंकी गई, कोहली ने भावुक होकर मोटेरा की मिट्टी को चूमा — एक ऐसा पल जिसने करोड़ों फैन्स को भावुक कर दिया, जिन्होंने इस दिन के लिए उतना ही इंतजार किया था जितना उनके हीरो ने।
“18 साल का सपना आज पूरा हुआ”
मैच के बाद कोहली ने कहा, “यह जीत जितनी टीम के लिए है, उतनी ही हमारे फैन्स के लिए भी। 18 साल हो गए हैं। मैंने इस टीम को अपना युवावस्था, मेरा प्राइम और अनुभव दिया है। हर सीज़न इसे जीतने की कोशिश की, हर बार अपनी पूरी ताक़त झोंकी।”
कोहली की भावनाएं तब और गहरी हो गईं जब मैच खत्म होने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा को गले लगाया। दोनों के चेहरे पर सुकून साफ झलक रहा था कि आखिरकार ये दिन आ ही गया।
“अब भी यकीन नहीं हो रहा कि ये दिन आ गया है। जब आखिरी गेंद फेंकी गई, मैं भावनाओं में बह गया था। अपने भीतर की हर ऊर्जा लगा दी थी और आज जो महसूस हो रहा है, वो अविश्वसनीय है।”
ABD के नाम भी जीत
कोहली ने अपने करीबी दोस्त और RCB के दिग्गज एबी डिविलियर्स को भी इस जीत का श्रेय दिया। “ABD ने इस फ्रेंचाइज़ी के लिए जो किया है वो अविश्वसनीय है। मैंने उन्हें कहा – ये जीत तुम्हारी भी है। आओ हमारे साथ जश्न मनाओ।”
“भले ही वे चार साल पहले रिटायर हो चुके हों, लेकिन उनका प्रभाव अब भी टीम और मुझ पर बरकरार है। वो इस ट्रॉफी को उठाने के हकदार हैं।”
“यह जीत मेरे दिल के सबसे करीब”
जब कमेंटेटर मैथ्यू हेडन ने कोहली से पूछा कि यह जीत उनके अन्य बड़े खिताबों — वनडे वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी — के मुकाबले कहां ठहरती है, तो कोहली ने बिना झिझक जवाब दिया:
“यह जीत मेरे दिल के सबसे करीब है। मैंने इस टीम से कभी नाता नहीं तोड़ा, हमेशा इसके साथ खड़ा रहा। मेरे दिल और आत्मा का जुड़ाव बेंगलुरु से है। और जब तक आईपीएल खेलूंगा, सिर्फ इसी टीम के लिए खेलूंगा।”
“Impact Player बनना मेरे बस की बात नहीं”
कोहली ने साफ कहा कि वह सिर्फ बल्लेबाज़ बनकर नहीं खेल सकते, बल्कि मैदान पर पूरे 20 ओवर रहकर टीम के लिए योगदान देना चाहते हैं।
“मैं सिर्फ Impact Player बनकर नहीं खेल सकता। मुझे मैदान पर होना पसंद है, फील्डिंग करना और खेल में हर पल शामिल रहना चाहता हूं। यही मेरी पहचान है। ईश्वर ने मुझे यह नजरिया और काबिलियत दी है और मैं टीम के लिए हर तरह से योगदान देना चाहता हूं।”
कोहली ने कहा कि एक खिलाड़ी का करियर छोटा होता है और वह हर दिन को आखिरी समझकर अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं।
“खेलने के दिन सीमित होते हैं। जब मैं क्रिकेट से संन्यास लूंगा, तो पीछे मुड़कर देखकर कह सकूं कि मैंने सब कुछ दे दिया था। मैं हर दिन बेहतर बनने की कोशिश करता हूं।”
विराट कोहली की यह जीत न सिर्फ RCB के लिए एक ऐतिहासिक पल है, बल्कि उन करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी जो सालों से इस दिन का इंतज़ार कर रहे थे।