हेडिंग्ले टेस्ट में भारत की हार में भारी साबित हुईं 8 कैच ड्रॉप

8 dropped catches proved costly for India in Headingley Test, England achieved the target of 371 runs with 5 wicketsचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: हेडिंग्ले टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ कई सुनहरे मौके गंवाए, जो अंततः उनकी 5 विकेट से हार का बड़ा कारण बने। इंग्लैंड ने 371 रनों का विशाल लक्ष्य आखिरी दिन बेन डकेट (149), जो रूट (नाबाद 53) और जैमी स्मिथ (नाबाद 44) की धमाकेदार पारियों के दम पर हासिल कर लिया। पूरे टेस्ट में भारत ने कुल 8 कैच छोड़े, जिनकी वजह से इंग्लैंड को 250 रन अतिरिक्त मिल गए — ये रन मैच का रुख पलटने में निर्णायक साबित हुए।

सबसे ज्यादा चूक यशस्वी जायसवाल से

इस मैच में सबसे बड़ी निराशा यशस्वी जायसवाल रहे, जिन्होंने अकेले 4 कैच टपकाए।

  • पहली गलती: मैच के पहले दिन, पारी के 5वें ओवर में जायसवाल ने बेन डकेट का कैच 11 रन पर छोड़ा। डकेट ने बाद में 62 रन बनाए।
  • दूसरी बार: 31वें ओवर में उन्होंने ओली पोप का कैच तब छोड़ा जब वे 60 रन पर थे। पोप ने इस जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए 106 रन ठोके।
  • तीसरी और चौथी गलती: यशस्वी ने हैरी ब्रूक (82 पर) और डकेट (97 पर) के भी आसान कैच छोड़े, जो बाद में 99 और 149 रन बनाकर पवेलियन लौटे।

अन्य खिलाड़ियों की भी हुई चूक

  • रवींद्र जडेजा: सातवें ओवर में डकेट को 15 रन पर जीवनदान दिया।
  • ऋषभ पंत: 72वें ओवर में हैरी ब्रूक का कैच 46 रन पर छोड़ा।
  • साई सुदर्शन: डेब्यू मैच में उन्होंने जैमी स्मिथ को 19 रन पर जीवनदान दिया, जिन्होंने बाद में नाबाद 44 रन बनाए।
  • जसप्रीत बुमराह: दूसरी पारी में ज़ैक क्रॉली का कैच खुद की गेंद पर 38 रन पर छोड़ा, जो 65 रन बनाकर आउट हुए।

भारत की कमजोर फील्डिंग और इंग्लैंड की दमदार बल्लेबाज़ी ने मिलकर टेस्ट का रुख पलट दिया। अगर भारत ने ये कैच लपक लिए होते, तो नतीजा शायद कुछ और होता। यह हार भारत के लिए एक कड़ा सबक है कि टेस्ट क्रिकेट में फील्डिंग की अहमियत किसी भी पहलू से कम नहीं होती।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *