कोरोना महामारी से बचाव के लिए डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी आयीं आगे, कर रही हैं लगातार मास्क का वितरण

चिरौरी न्यूज़

पटनाः इस समय कोरोना महामारी से देश जुझ रहा है। सभी से एहतियात बरतने की अपील की जा रही है, मसलन मास्क लगाना एवं सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करना आदि। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शहर से लेकर गांवों तक प्रसुभागिरी संस्था के द्वारा “फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स” के बीच एन-95 और सर्जिकल मास्क का वितरण किया जा रहा है। इसी क्रम में आज पटना के बोरिंग रोड चौराहा, पुनाईचक, डाकबंगला चौराहा, राजीव नगर, आशियाना मोड तथा AIIMS चौक आदि इलाके में हजारों मास्क का वितरण किया गया। इसके अलावे प्रसुभागिरी संस्था की प्रखर, समाजसेवी, उत्साही, मानवतावादी और समाजसेवी, डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी के द्वारा अपने सहयोगियों के माध्यम से बिक्रम विधानसभा क्षेत्र में भी कल से मास्क वितरण किया जाना है। साथ ही डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी की संस्था से जुड़े लोगों के द्वारा कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए लगातार एहतियात बरतने की अपील भी की जा रही है।

ज्ञात हो कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में “द प्लुरल्स पार्टी” से बिक्रम विधानसभा (पटना) की प्रत्याशी रह चुकीं डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी, जो कई अन्य स्वयंसेवी संस्थाओ के साथ भी जुडी हुई हैं, इस महामारी के प्रति काफी संवेदनशील होकर इसमें अपनी भूमिका निभा रही हैं। मास्क वितरण के संदर्भ में डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी का कहना है कि मैं और मेरी संस्था एक कोशिश कर रही है। तमाम लोगों से सोशल मीडिया के माध्यम से पिछले 5 सप्ताह से डॉ. ममतमायी प्रियदर्शिनी के द्वारा डॉक्टर्स के पैनल के साथ फेसबुक लाइव के माध्यम से कोरोना से संबंधित निम्न विषयों, जैसे कोरोना और इसका मैनेजमेंट, होम आइसोलेशन के तरीके और रणनीतियां, होम आइसोलेशन के दौरान कोरोना पीड़ित के परिवार के लिए संक्रमण से सुरक्षा के तरीके, कोवीड -19 मरीज की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के देखभाल के तरीके, कोरोना से ठीक होने के बाद स्वास्थ्य प्रबंधन तथा कोरोना टीकाकरण एवं खानपान आदि, पर

जनता के साथ सीधे संवाद के माध्यम से उन्हें लगातार जागरूक कर रही हैं एवं कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में जिनको जो सहयोग देना है दे रहे हैं तथा इसमें प्रसुभागिरी संस्था भी क्षमतानुसार इसमें अपनी भूमिका निभाने का प्रयास कर रही है।

डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी एक चिंतक भी हैं। वो कोरोना से हो रही लगातार मौत को लेकर काफी चिंतित हैं। वो कहती हैं कि यह समय राजनीति, राजनीतिक टीका टिपण्णी और सरकार से सवाल-जवाब करने का नहीं है, बल्कि यह समय है मानव समाज  की सेवा कर उनकी रक्षा करने में योगदान देने का। इस प्रक्रिया में अपने क्षमतानुसार स्वयं की भूमिका तय करना तथा सरकार के साथ मिलकर मानव समाज के रक्षार्थ जितना बन सके उतना योगदान देने की कोशिश सबको करनी चाहिए। क्योंकि कोरोना जैसी महामारी में  अपनों के साथ छोड़ जाने के दर्द से लोग गुजर रहे हैं। डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी का कहना है कि सरकार तथा  जिम्मेदार अधिकारियों से भी जोरदार तरीके से सवाल किए जायेंगे, पर अभी उसका उचित समय बिल्कुल नहीं है।

अंत में डॉ. ममतामयी प्रियदर्शिनी ने कहा कि इस संक्रमण से बचाव का सबसे कारगर हथियार है, कोरोना उपयुक्त व्यवहार को अपने जीवनशैली का हिस्सा बना लेना जो कि निम्न हैं:

  1. #खांसी_शिष्टाचार : खांसते समय नाक और मुंह को टिश्यू से ढंकना चाहिए तत्पश्चात उसे डस्टबिन में डाल दें। गांव, बाजार या घर में, अगर टिश्यू उपलब्ध नहीं है तो कमीज के ऊपरी आस्तीन से नाक और मुंह को ढंक के छींके या कमीज के ऊपर के एक बटन खोलकर कमीज के अंदर छींकें। तत्पश्चात हाथ को साबुन से धोएं। अगर साबुन उपलब्ध नहीं है तो अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से हाथ को सैनिटाइज करें। घर जाने पर सारे कपड़े को सर्फ के घोल में 30 मिनट के लिए डाल दें फिर उड़े धोएं और खुद भी स्नान करें।
  2. #मास्क_शिष्टाचार : घर से बाहर निकलने के पहले मास्क का उपयोग करें। अगर आप बाजार या हॉस्पिटल जा रहे हैं, संक्रमित लोगों की देखभाल कर रहे हैं या भीड़ भाड़ वाले इलाके में जा रहे हैं तो N95 मास्क का उपयोग करें। सामान्य जगहों पर “तीन प्लाई” वाले मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क पहनें। इसका ध्यान रखें कि मास्क आपके मुंह और नाक को अच्छे से कवर किया हुआ। कोशिश करें कि चढ़ा भी लगाएं।
  3. #हाथकीस्वच्छता: हाथ की स्वच्छता को हमारे दैनिक दिनचर्या और जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बनाने की जरूरत है। कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए नियमित अंतराल पर साबुन और रनिंग वाटर के साथ धोना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर साबुन उपलब्ध नहीं है तो अल्कोहल बेस्ड सैनाइजर से हाथ को सैनीटाइज करें। खांसने या छींकने के बाद, शौचालय का उपयोग करने के बाद, खाने से पहले, भोजन तैयार करने के पहले, जानवरों या पशु के कचरे को साफ करने के बाद, किसी प्रकार के सतहों को छूने के बाद, दरवाजे या खिड़की के हैंडल को छूने के बाद या सार्वजनिक जगहों या बाहर से घर वापस आने के बाद हाथ धोना या हाथ सैनिटाइज करना निहायत ही आवश्यक है।
  4. #चेहरे को छूने से परहेज : जब घर से बाहर हैं तब अपने चेहरे मसलन नाक, मुंह, आंख आदि, को छूने से परहेज करना चाहिए। बाहर से घर आएं तो हाथ धोकर या स्नान करने के बाद ही चेहरे को छुएं। बिना हाथ धोए या हाथ को बिना सैनिटाइज किए चेहरे को छूने से परहेज करें।
  5. #सामाजिक_दूरी : जब भी घर से बाहर निकले तो जितने भी परिचित या अपरिचित आदमी से मिलें, उनसे 6 से 8 फीट या 2 मीटर की दूरी रखें। इसे अपने दिनचर्या का हिस्सा बना लें क्योंकि यह वायरस ड्रॉपलेटस के माध्यम से हवा में फैलता है। अतः सामाजिक दूरी को भी अपने दिनचर्या में शामिल करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *