यूपी एसटीएफ ने किया धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़, दिल्ली से दो लोगों को किया गिरफ्तार
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने दो लोगों को प्रदेश में धर्मांतरण कराने वाले सिंडिकेट के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि ये लोग कमजोर आय वर्ग के लोगों, मूक बधिर छात्रों व गरीब घर की बेटियों को शादी का लालच दे कर धर्म परिवर्तन करा रहे थे जिसमें इनकी मदद पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई और दूसरी विदेशी संस्था फंडिंग मुहैया करा कर करती थी। बताया जा रहा है कि ये लोग बड़ी संख्या लड़कियों की धर्मांतरण के बाद शादी भी करवा चुके हैं।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि करीब एक हजार लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है। इस मामले में दिल्ली से आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है। यूपी एसटीएफ के द्वारा गिरफ्तार किये गए आरोपियों की पहचान मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी पुत्र ताहिर अख्तर निवासी ग्राम जोगाबाई, जामिया नगर, नई दिल्ली व मोहम्मद उमर गौतम पुत्र धनराज सिंह गौतम निवासी बाटला हाउस, जामिया नगर, नई दिल्ली के रूप में हुई है। उमर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह खुद पहले हिन्दू था लेकिन धर्म परिवर्तन कर उसने अभी तक एक हजार गैर मुस्लिम लोगों को मुस्लिम धर्म में परिवर्तित कराया है और बड़ी संख्या में उनकी मुस्लिमों से शादी कराई है।
प्रशांत कुमार ने बताया कि मूक-बधिर छात्रों और निर्धन लोगों को धन, नौकरी व शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के मुफ्ती काजी जहांगीर आलम (निवासी जोगाबाई, जामिया नगर, नयी दिल्ली) और मोहम्मद उमर गौतम (निवासी बाटला हाउस, जामिया नगर, नयी दिल्ली) को एटीएस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि एटीएस को कुछ समय से यह सूचना मिल रही थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अन्य विदेशी माध्यमों से पैसे एकत्र कर कुछ लोग धर्मांतरण कराने और धार्मिक वर्गों में आपसी वैमनस्य फैलाने के लिए प्रयासरत हैं। इस सूचना पर एटीएस उत्तर प्रदेश की टीम ने रविवार को काजी जहांगीर और उमर गौतम को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि लखनऊ के एटीएस थाने में उनके व उनकी संस्था इस्लामिक दावा सेंटर व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश, धार्मिक वैमनस्य फैलाने, किसी धर्म को अपमानित करने सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया गया है।
मामले पर एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने प्रेंस कांफ्रेंस में बताया कि इन लोगों ने नोएडा के 117 बच्चों का धर्मांतरण कराया था। उन्होंने बताया कि धर्मांतरण के लिए विदेशों से फंडिंग करवाई जा रही थी। धर्मांतरण के एवज में लोगों को पैसे, नौकरी और शादी करवाने का लालच दिया जा रहा था।