एकतरफा जीत के साथ महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल पहुंचीं पूजा रानी
चिरौरी न्यूज़
प्री-क्वार्टर फाइनल में खत्म हुआ ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना का सफर
शनिवार को विश्व युवा चैंपियन नीतू (48 किग्रा) और 2019 एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता मनीषा (57 किग्रा) अपने प्री-क्वार्टर फाइनल मैच खेलेंगी
नई दिल्ली: दो बार एशियाई चैम्पियन भारत की पूजा रानी ने तुर्की के शहर इस्तांबुल में जारी आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 12वें संस्करण में शुक्रवार को एकतरफा जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा) का सफर हालांकि प्री-क्वार्टर फाइनल तक ही जारी रह सका।
पूजा ने जहां 81 किग्रा भार वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में हंगरी की तिमिया नागी को 5-0 से हराया वहीं लवलीना को फेयर चांस टीम की सिंडी नगाम्बा के हाथों 1-4 से अप्रत्याशित हार मिली। इस चैम्पियनशिप में इस साल भारत की पहली हार है।
पूजा ने अपने स्वभाव के अनूरूप सावधान शुरुआत की और सही मौकों पर सटीक मुक्के लगाते हुए पहले राउंड में सभी जजों को प्रभावित किया। दूसरे राउंड में भी पूजा ने अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा और एक बार फिर पूरे अंकों के साथ आगे आई।
पूजा सोमवार को क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की जेसिका बागले से भिड़ेंगी, जो बाई हासिल करके पहले ही अंतिम-8 में पहुंच गई हैं। यह मुकाबला जीतकर पूजा देश के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का कर सकती हैं।
इससे पहले, लवलीना पहले राउंड में लगातार रिंग में घूमती नजर आईं और इस दौरान कुछ सटीक पंच मारे। वह बाउट की गति तय करती नजर आ रहीं थी और अपनी लंबी पहुंच का बुद्धिमानी से उपयोग कर रही थीं लेकिन बावजूद इसके नगाम्बा ने इस राउंड में बाजी मार ली।
दूसरे राउंड में भी नगाम्बा ने बीते सोमवार को पहले दौर में पूर्व विश्व चैंपियन चेन निएन-चिन को हराने वाली लवलीना को हावी नहीं होने दिया और एक बार फिर जजों को प्रभावित करने में सफल रहीं। लवलीना ने तीसरे राउंड में वापसी की पुरजोर कोशिश की लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
शनिवार को भारत के दो मुकाबले होने हैं। 2017 विश्व युवा चैंपियन नीतू (48 किग्रा) और 2019 एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा (57 किग्रा) इस दिन अपने-अपने प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेलेंगी। क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए नीतू का सामना स्पेन की लोपेज डेल अर्बोल से जबकि मनीषा का सामना बुल्गारिया की स्वेतलाना स्टेनेवा से होगा।
इस टूर्नामेंट में इस साल दुनिया भर के 73 देशों के रिकॉर्ड 310 मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। 20 मई तक चलने वाला इस साल का आयोजन आईबीए महिला विश्व चैंपियनशिप की 20वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का पिछला संस्करण 2019 में रूस में आयोजित किया गया था। उस समय भारतीय मुक्केबाजों ने एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते थे।
भारतीय खिलाड़ियों ने इस प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन के 11 संस्करणों में अब तक नौ स्वर्ण, आठ रजत और 19 कांस्य सहित 36 पदक हासिल किए हैं। रूस (60) और चीन (50) के बाद के नाम सबसे अधिक पदक हैं।