‘द केरला स्टोरी’ के निर्माता टीज़र से ‘32,000 कनवर्टेड महिलाओं’ को हटाने के लिए सहमत
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने शुक्रवार को उस टीज़र को हटाने पर सहमति जताई जिसमें दावा किया गया था कि केरल की 32,000 से अधिक महिलाओं को आईएसआईएस में भर्ती किया गया था। निर्माता ने आज केरल उच्च न्यायालय को बताया कि टीज़र को उनके सोशल मीडिया एकॉउन्ट से हटा दिया जाएगा।
फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के निर्माता ने केरल उच्च न्यायालय को आश्वासन दिया कि वे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर विवादास्पद टीज़र को आगे प्रदर्शित नहीं करेंगे।
टीज़र में दावा किया गया था कि केरल की 32,000 से अधिक महिलाओं को ISIS में भर्ती किया गया था।
इस बीच, केरल उच्च न्यायालय ने फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ की स्क्रीनिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। अदालत ने कहा कि ट्रेलर में किसी विशेष समुदाय के खिलाफ कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। कोर्ट ने कहा कि सीबीएफसी जैसे सक्षम वैधानिक प्राधिकरण ने फिल्म की जांच की है और इसे प्रकाशन के लिए उपयुक्त पाया है।
केरल में युवा हिंदू महिलाओं को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल करने से पहले कथित कट्टरता और इस्लाम में धर्मांतरण पर बनी यह फिल्म आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई।
इसकी रिलीज पर रोक लगाने वाली याचिका का उल्लेख पहली बार 2 मई को किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें कहा गया था कि यह “सबसे खराब प्रकार का नफरत भरा भाषण” और “ऑडियो-विजुअल प्रचार” है।
शीर्ष अदालत ने कहा कि निर्माताओं ने फिल्म में पैसा लगाया है और अभिनेताओं ने अपना श्रम समर्पित किया है, और यह बाजार को तय करना है कि क्या फिल्म सही है या नहीं।
इस बीच, अदा शर्मा-अभिनीत विवादास्पद फिल्म, द केरला स्टोरी के शो को विरोध के बीच केरल के कई जिलों में रिलीज के दिन रद्द कर दिया गया है।
कोच्चि में, पहले सूचीबद्ध किए गए दो शो रद्द कर दिए गए हैं। कोच्चि में लुलु मॉल और सेंटर स्क्वायर मॉल के थिएटर मालिकों ने फिल्म का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इसी तरह, कोल्लम, पठानमथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, कन्नूर और वायनाड जिलों के सिनेमाघरों ने भी फिल्म नहीं दिखाने का फैसला किया है।