एयर इंडिया हादसा: भारत ने संयुक्त राष्ट्र जांचकर्ता को जांच में शामिल होने की अनुमति देने से किया इनकार

Air India crash: India refuses to allow UN investigator to join probe
(Screengrab/Twitter video)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटना की जांच में संयुक्त राष्ट्र के एक जांचकर्ता को शामिल करने के प्रस्ताव को भारत ने ठुकरा दिया है। यह जानकारी मामले से जुड़े दो वरिष्ठ सूत्रों ने समाचार एजेंसी Reuters को दी है। इस दुर्घटना में 12 जून को अहमदाबाद में कम से कम 260 लोगों की मौत हो गई थी, जिससे यह पिछले एक दशक की सबसे भीषण विमान दुर्घटना बन गई।

संयुक्त राष्ट्र की विमानन संस्था अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) ने इस सप्ताह भारत को असाधारण रूप से अपने एक जांचकर्ता की सहायता देने की पेशकश की थी। हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने ICAO की उस मांग को अस्वीकार कर दिया जिसमें जांचकर्ता को पर्यवेक्षक (Observer) के रूप में शामिल करने का अनुरोध किया गया था।

इससे पहले, ICAO ने कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों में मदद की थी—जैसे कि 2014 में मलेशियाई विमान का गिराया जाना और 2020 में यूक्रेनी विमान हादसा—लेकिन तब संबंधित देशों ने खुद सहायता मांगी थी। इस बार ICAO की ओर से प्रस्ताव दिया गया, जो भारत ने ठुकरा दिया। इस खबर की पुष्टि सबसे पहले Times Now चैनल ने गुरुवार को की थी।

जांच में पारदर्शिता को लेकर सवाल

भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इस हादसे की जांच का नेतृत्व कर रही है। लेकिन AAIB की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। वहीं ICAO की ओर से भी अब तक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि दुर्घटना के करीब दो सप्ताह बाद फ्लाइट रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) का डेटा डाउनलोड किया गया है।

इससे पहले, कई सुरक्षा विशेषज्ञों ने जांच की पारदर्शिता को लेकर चिंता जताई थी, खासकर इस बात को लेकर कि 13 जून को बरामद किए गए पहले ब्लैक बॉक्स और 16 जून को मिले दूसरे ब्लैक बॉक्स की स्थिति के बारे में बहुत कम जानकारी साझा की गई।

अमेरिका में होगी रिकॉर्डिंग की जांच?

एक बड़ा सवाल यह भी बना हुआ है कि ब्लैक बॉक्स डेटा की जांच भारत में होगी या अमेरिका में, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) भी इस जांच में भाग ले रहा है। भारतीय सरकार ने इस हादसे को लेकर अब तक सिर्फ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें पत्रकारों से कोई सवाल नहीं लिया गया।

“Annex 13” के तहत अंतरराष्ट्रीय नियम

अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के नियमों के अनुसार, जिन्हें “Annex 13” के नाम से जाना जाता है, फ्लाइट रिकॉर्डर की जांच कहां की जाएगी—इसका निर्णय तुरंत लिया जाना चाहिए, ताकि समय रहते ऐसे कारणों को पहचाना जा सके जो भविष्य में इस तरह की त्रासदी को टाल सकें।

एक भारतीय उड्डयन मंत्रालय अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि विभाग “ICAO के सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है”। उन्होंने यह भी कहा कि महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी मीडिया को समय-समय पर दी गई है।

विशेषज्ञों के अनुसार, अधिकांश विमान दुर्घटनाएं कई कारणों से होती हैं। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट दुर्घटना के लगभग 30 दिन बाद आने की उम्मीद है।

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