मैनचेस्टर टेस्ट: शुबमन गिल की वाशिंगटन सुंदर को कम उपयोग करने पर उठे सवाल

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के कप्तान शुबमन गिल की स्पिनर वाशिंगटन सुंदर को चौथे टेस्ट मैच में पर्याप्त मौका न देने को लेकर आलोचना तेज हो गई है। इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे इस मैच में, सुंदर ने पिछले टेस्ट में चार विकेट लिए थे, लेकिन इस बार उन्हें तीसरे दिन के दूसरे सत्र में ही गेंदबाजी के लिए भेजा गया, जबकि इंग्लैंड के बल्लेबाज पहले ही मैच का समीकरण अपने पक्ष में कर चुके थे। सुंदर ने जल्दी दो विकेट लिए, लेकिन तब तक इंग्लैंड ने मजबूत स्थिति हासिल कर ली थी।
इस फैसले पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मञ्जरेकर ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। मञ्जरेकर ने कहा कि यह मान लेना ठीक नहीं होगा कि यह निर्णय केवल शुबमन गिल का था। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस स्तर पर गिल को अनुभवियों और हेड कोच गौतम गंभीर से सलाह मिलनी चाहिए थी। मञ्जरेकर ने कहा,
“क्या यह मान सकते हैं कि ये निर्णय केवल शुबमन गिल ने लिए? इस उम्र में आपको सलाह और सुझाव मिलने चाहिए, खासकर जब बल्लेबाजी में आप अच्छा कर रहे हों। मुझे नहीं लगता कि सभी इस फैसले से सहमत थे, खासकर बुमराह, केएल राहुल या गंभीर ने।”
हालांकि, भारत इस पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे है और तीसरे दिन के अंत में इंग्लैंड 186 रन की बढ़त बना चुका है। इस दिन भारत के लिए बेहद कठिन रहा, जहां जो रूट की रिकॉर्ड तोड़ पारी ने मेजबानों को पूरी तरह से मैच पर नियंत्रण दिला दिया।
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी शुबमन गिल को सलाह दी कि उन्हें अपने स्पिनरों पर ज्यादा भरोसा करना चाहिए था। शास्त्री ने कहा,
“मैंने अपनी कमेंट्री में कहा था कि गिल को अपने स्पिनरों पर भरोसा करना चाहिए। सुंदर ने पिछले मैच में चार विकेट लिए और भारत के लिए नई शुरुआत की। स्पिनरों को लंबे स्पैल मिलना चाहिए। ऐसे दिन पर आप चाहते हैं कि आपका स्पिनर जिम्मेदारी उठाए और मैच में बदलाव लाए।”
इस पूरे मामले ने गिल की कप्तानी के फैसलों पर सवाल खड़े कर दिए हैं और टीम इंडिया के लिए आगे की चुनौतियां बढ़ा दी हैं।