क्रिस वोक्स ने खोला राज़: घायल कंधे के साथ बल्लेबाज़ी करने के पीछे की कहानी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लंदन के द ओवल में भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच के पांचवें दिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज़ क्रिस वोक्स ने जज्बे और हिम्मत की मिसाल पेश की। पहले दिन ही वोक्स को कंधे में गंभीर चोट लग गई थी, जिसके बाद वह पूरे मैच में मैदान से बाहर रहे। लेकिन जब इंग्लैंड को जीत के लिए केवल 35 रन की जरूरत थी और टीम के 9 विकेट गिर चुके थे, तो वोक्स अपने बाएं हाथ को स्लिंग में बांधकर बल्लेबाज़ी करने उतर आए।
हाल ही में The Guardian को दिए गए एक इंटरव्यू में वोक्स ने बताया कि वह पहले से ही तय कर चुके थे कि टीम को जरूरत पड़ी तो वह जरूर बल्लेबाज़ी करेंगे, चाहे लक्ष्य कितना भी बड़ा क्यों न हो। उन्होंने कहा, “मैं अब भी बहुत निराश हूं कि हम वह फेयरटेल एंडिंग नहीं हासिल कर सके। लेकिन मैंने कभी यह नहीं सोचा कि मैं बल्लेबाज़ी करने नहीं जाऊंगा, भले ही जीत के लिए 100 रन की ज़रूरत क्यों न होती।”
वोक्स ने आगे बताया कि मैदान में उतरते समय उन्हें भारतीय खिलाड़ियों और दर्शकों से बहुत सम्मान मिला।
“कुछ भारतीय खिलाड़ी मेरे पास आए और इज़्ज़त दी, यह पल मेरे लिए खास था। लेकिन मैं मानता हूं कि कोई और खिलाड़ी भी होता, तो वही करता – आप 9 विकेट पर मैच नहीं छोड़ सकते थे।”
हालांकि वोक्स ने एक भी गेंद का सामना नहीं किया, लेकिन गस एटकिन्सन के साथ रन लेना उनके लिए बेहद मुश्किल था। वोक्स ने बताया कि चोट के बावजूद रन लेना कितना तकलीफदेह था।
“पहला रन सबसे बुरा था। मैंने सिर्फ कोडीन ली थी दर्द के लिए और वह भी बेअसर लग रही थी। जब दौड़ना पड़ा तो स्वाभाविक रूप से शरीर ने प्रतिक्रिया दी, और मैं दौड़ पड़ा। मुझे लगा कि मेरा कंधा फिर से बाहर निकल गया है, इसलिए मैंने हेलमेट उतार दिया, दांतों से ग्लव खींचा और चेक किया कि सब ठीक है या नहीं।”
इंग्लैंड यह मैच 6 रन से हार गया, लेकिन क्रिस वोक्स की यह बहादुरी और खेल भावना क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा ज़िंदा रहेगी।