राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ने “नो मोर पाकिस्तान” राष्ट्रव्यापी अभियान पर जारी किया विस्तृत वक्तव्य
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच द्वारा देश के 21 राज्यों में चलाए जा रहे व्यापक जागरण अभियान “नो मोर पाकिस्तान” को लेकर मंच के संगठन मंत्री श्री विक्रमादित्य ने आज एक महत्वपूर्ण और विस्तृत वक्तव्य जारी किया। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रव्यापी श्रृंखला पाकिस्तान की उपनिवेशवादी नीतियों, उसके द्वारा प्रायोजित कट्टरपंथी आतंकवाद, मानवाधिकार उल्लंघनों और क्षेत्रीय तथा वैश्विक स्थिरता पर पड़ रहे दुष्प्रभावों को विश्व मंच पर उजागर करने का एक सशक्त प्रयास है।
उपेक्षित अस्मिताओं को नैतिक बल देने का प्रयास
अपने वक्तव्य में श्री विक्रमादित्य ने कहा कि अभियान के तहत पाकिस्तान द्वारा दशकों से दबाए जा रहे पश्तूनिस्तान (वजीरिस्तान), सिंधु देश, सराइकिस्तान, मुहाजिरिस्तान और बलूचिस्तान की अस्मिताओं और उनके स्वतंत्रता आंदोलनों को नैतिक समर्थन प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने जोर देकर कहा, “पाकिस्तानी सेना और सत्ता द्वारा इन क्षेत्रों में किए जा रहे दमन, अत्याचार और नस्लकोशी को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष उजागर करना हमारा नैतिक दायित्व है।”
मंच ने यह भी स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल आंतरिक जागरूकता तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की दोहरी नीतियों को उजागर कर रहा है। अभियान द्वारा IMF तथा EU जैसे वैश्विक संगठनों से यह मूल प्रश्न पूछा जा रहा है कि, “क्या मानवता-विरोधी, कट्टरपंथी ढांचे और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली पाकिस्तानी सत्ता को वैश्विक सहायता मिलना उचित है?”
श्रृंखला के अंतर्गत आयोजित चर्चाओं और संवाद कार्यक्रमों में पाकिस्तान के PoJK और गिलगिट–बाल्टिस्तान (PoBG) पर अवैध कब्ज़े का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया जा रहा है। श्री विक्रमादित्य ने कहा, “इन क्षेत्रों में भारत के साथ पुनः जुड़ने की जो सामाजिक पुकार उठ रही है, उसका समर्थन करना हमारा भी नैतिक कर्तव्य है।”
सभ्य समाज एवं वैश्विक शांति की रक्षा का व्यापक आंदोलन
अपने विस्तृत वक्तव्य में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह अभियान किसी राष्ट्र-विरोध का मंच नहीं है, बल्कि वैश्विक मानवाधिकार मूल्यों, सभ्य समाज की मर्यादाओं और अंतरराष्ट्रीय शांति की रक्षा का आंदोलन है। मंच का उद्देश्य है कि प्रत्येक भारतीय नागरिक राष्ट्रीय सुरक्षा को एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी के रूप में समझे और निभाए।
वाइट-कॉलर टेररिज़्म और युवा जागरूकता
अभियान में हाल ही में नेताजी सुभाष मार्ग पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले के साथ-साथ वाइट-कॉलर आतंकवाद, साइबर आतंकवाद और संस्थागत घुसपैठ जैसे उभरते खतरों पर भी विशेष रूप से प्रकाश डाला जा रहा है। मंच देशभर में युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों के प्रति जागरूक करने का अभियान चला रहा है।
एक व्यापक जन-आंदोलन का स्वरूप
राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच का “नो मोर पाकिस्तान” अभियान आज भारतीय जनमानस में सुरक्षा-सचेतना को बढ़ाने, पाकिस्तान की दोहरी नीतियों और मानवाधिकार उल्लंघनों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करने के साथ-साथ उपेक्षित जनजातीय एवं क्षेत्रीय अस्मिताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए एक सशक्त और प्रभावी जन-आंदोलन बनकर उभरा है। यह अभियान न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा विमर्श को नई दिशा दे रहा है, बल्कि विश्व समुदाय में पाकिस्तान की वास्तविक नीतियों और उसके दुष्परिणामों को उजागर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
