विपक्ष SIR पर एकतरफा झूठ से जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहा: अमित शाह
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लोक सभा में चुनाव सुधारों पर हुई चर्चा के दौरान केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चार महीनों से देश में झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि SIR कोई नया राजनीतिक कदम नहीं, बल्कि मतदाता सूची को शुद्ध करने की संवैधानिक प्रक्रिया है, जिसमें मृत्यु, दो जगह नाम होने या विदेशी नागरिकों के नाम हटाए जाते हैं। शाह ने कहा कि अवैध घुसपैठियों को मतदाता सूची से बाहर रखना देश की सुरक्षा और लोकतंत्र की पवित्रता के लिए अनिवार्य है, और सरकार “डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट” की नीति पर अडिग है।
अमित शाह ने कहा कि 1952 से लेकर कई बार मतदाता सूची का पुनरीक्षण हो चुका है और हर सरकार ने इसका समर्थन किया, परंतु इस बार राजनीतिक स्वार्थ के कारण विपक्ष इसका विरोध कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष अपनी चुनावी हार का ठीकरा EVM और मतदाता सूची पर फोड़ रहा है, जबकि चुनाव आयोग ने बार-बार सिद्ध किया है कि EVM से छेड़छाड़ संभव नहीं। शाह ने कहा कि 2004 और 2009 में विपक्ष EVM के जरिए जीत चुका है, लेकिन अब हारने पर उसी प्रणाली पर सवाल उठा रहा है।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने 44 बड़े चुनाव जीते हैं, जबकि विपक्ष ने भी 30 चुनाव जीते हैं। ऐसे में मतदाता सूची में खामी का आरोप तर्कहीन है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की विश्वसनीयता तभी बनी रहेगी जब संवैधानिक संस्थाओं पर अनर्गल आरोप न लगाए जाएँ।
शाह ने कहा कि जनसांख्यिकीय बदलाव देश के लिए गंभीर खतरा है और सरकार किसी भी हाल में विदेशी नागरिकों को मतदान अधिकार नहीं देगी। उन्होंने विपक्ष द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, धारा 370 हटाने, राम मंदिर निर्माण, CAA और तीन तलाक जैसे फैसलों के विरोध को भी चुनावी हार का कारण बताया।
