अदाणी ग्रुप एजीएम: गौतम अदाणी ने कहा, हमारा ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा और साफ, विपरीत स्थितियों में समर्थन के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को दिया धन्यवाद  

Adani Group AGM: Gautam Adani said, our track record is good and clean, thanked all the stakeholders for their support in adverse situationsचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: अदाणी ग्रुप एजीएम में बोलते हुए हुए चेयरमैन गौतम अदाणी ने अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की तीखी आलोचना की। उन्होंने रिपोर्ट को गलत और जानबूझकर दुर्भावनापूर्ण प्रयास के साथ अदाणी समूह की कंपनियों की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाला बताया।

यहां हैं गौतम अदाणी का भाषण:

प्रिय शेयरहोल्डर्स,

जब तीन दशक पहले मैंने अदाणी ग्रुप की स्थापना की थी, उस समय मैंने यह विचार नहीं किया था कि एक दिन यह देश के सबसे बड़े ग्रुप्स में से एक बन जाएगा। अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ जिसे पहले अदाणी एक्सपोर्ट्स के नाम से जाना जाता था हमने 12 सितंबर, 1994 को अपना आईपीओ लॉन्च किया था। उस समय मेरी उम्र 32 वर्ष थी।

आज, जब मैं उस समय पर विचार करता हूँ और मैं उन तमाम लोगों का आभारी हूँ जिन्होंने इस कंपनी को इस पड़ाव तक लाने में सक्षम बनाया है। हालाँकि हमारी सच्ची महत्वाकांक्षा अभी-भी हमारे सामने हैं फिर भी जब भी हम समय में पीछे मुड़कर देखते हैं तो हमें यह एहसास होता है कि पिछले 30 वर्षों में हमने कितना कुछ हासिल किया है। इस यात्रा के दौरान यदि किसी एक विशेषता की बात करें, जो हमें परिभाषित करती रही है, तो वह है हमारा लचीलापन।

  • वह लचीलापन, जो हर बार किसी परेशानी विशेष को झेलने के बाद हमें और भी अधिक मजबूत बना देता है
  • वह लचीलापन, जो उस राष्ट्र में हमारे विश्वास को प्रेरित करता है, जिसे हम अपनी मातृभूमि कहते हैं
  • और वह लचीलापन, जो हमें अपने सपनों को पूरा करने का जुनून देता है

और मैं आज इनमें से प्रत्येक पर बात करूँगा।

जैसा कि आप सभी जानते हैं इस वर्ष हमारे गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर एक यूएस के शॉर्ट-सेलर ने हमारे स्टॉक को शॉर्ट करने के लिए एक रिपोर्ट प्रकाशित की। यह वही समय था जब हम भारत के इतिहास में सबसे बड़ी अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश शुरू करने की योजना बना रहे थे।

यह लक्षित रिपोर्ट गलत सूचना और बदनाम आरोपों के संयोजन से अधिक कुछ भी नहीं थी, जिसमें अधिकांश तथ्य 2004 से 2015 तक के पेश किए गए थे। उस समय उपयुक्त अधिकारियों द्वारा इस गलत रिपोर्ट को लेकर सब कुछ स्पष्ट किया गया था। यह रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण प्रयास की आड़ में जानबूझकर बनाई गई थी, जिसका उद्देश्य हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाना और हमारे स्टॉक की कीमतों में अल्पकालिक गिरावट के माध्यम से मुनाफा कमाना था।

यह सब देखते हुए, पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड एफपीओ होने के बावजूद हमने अपने निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए उन्हें पैसा वापस करने का फैसला किया। जबकि हमने तुरंत एक व्यापक खंडन जारी किया, अपने स्वार्थ के लिए कुछ संगठनों ने इस शॉर्ट सेलर द्वारा किए गए दावों का फायदा उठाने की कोशिश की। विभिन्न समाचारों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से इन संस्थाओं ने झूठी कहानियों को न सिर्फ प्रोत्साहित, बल्कि प्रचारित भी किया।

परिणामस्वरूप, इस पूरे मामले को देखने के लिए भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया। इस समिति में ऐसे व्यक्ति शामिल थे, जिन्हें अपनी स्वतंत्रता और अखंडता के लिए विशेष मान्यता प्राप्त थी। विशेषज्ञ समिति की यह रिपोर्ट मई 2023 में सार्वजनिक की गई।

विशेषज्ञ समिति को कोई नियामक विफलता नहीं मिली। समिति की रिपोर्ट में न सिर्फ यह पाया गया कि आपकी कंपनी द्वारा किए गए उपायों ने विश्वास को पुनः स्थापित करने में मदद की बल्कि यह भी बताया कि कंपनी पर भारतीय बाजारों के लक्षित अस्थिरता के विश्वसनीय आरोप थे। इसने हमारे ग्रुप की गुणवत्ता की पुष्टि की जिसमें किसी भी उल्लंघन का जिक्र नहीं पाया गया।

हालाँकि, सेबी को अभी भी अपनी रिपोर्ट सौंपना बाकि है हम अपने प्रशासन और स्पष्ट मानकों के प्रति गहन विश्वास रखते हैं। यह मेरी प्रतिबद्धता है कि हम हर दिन इनमें सुधार लाने का प्रयास करते रहेंगे।

हमारा ट्रैक रिकॉर्ड सब कुछ स्पष्ट करता है और मैं हमारे सभी स्टेकहोल्डर्स का आभारी हूँ क्योंकि जब हम चुनौतियों से घिरे हुए थे तो उन्होंने हमारे प्रति खूब समर्थन दिखाया। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस संकट के दौरान भी हमने सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से ही कई अरब डॉलर नहीं जुटाए बल्कि भारत या विदेश में किसी भी क्रेडिट एजेंसी ने हमारी रेटिंग में कोई कटौती नहीं की।

यह कंपनी के प्रशासन और पूँजी आवंटन प्रथाओं में निवेशकों के विश्वास की सबसे सुदृढ़ पुष्टि है।

पिछले दशक में, एक बयान, जिसे मैंने दर्जनों बार दोहराया वो है उस राष्ट्र के भविष्य में मेरा दृढ़ विश्वास है जिसे हम अपनी मातृभूमि कहते हैं। आइए, मैं कुछ संदर्भ स्थापित करने का प्रयास करता हूँ।

आज, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि दुनिया लगातार कई समस्याओं से जूझ रही है चाहे बात जलवायु आपातकाल की हो या फिर भू-राजनीतिक चुनौतियों की, आपूर्ति श्रृंखला और ऊर्जा की अस्थिरता की हो या फिर लगातार मुद्रास्फीति की। हमने कभी ऐसा समय नहीं देखा, जब ऐसी घटनाएँ समान समय पर घटित हो रही हों और समाधान की कोई स्पष्टता ना हो।

इसमें तकनीकी क्राँति, विशेष रूप से आर्टिफिशल इंटेलिजेंस में शानदार प्रगति के कारण अवसरों और चुनौतियों को जोड़कर देखने पर हम पाते हैं कि हमारे पास मौजूदा वैश्विक ऑपरेटिंग मॉडल में बड़े पैमाने पर संभावित रीसेट है।

कार्य, शिक्षण, चिकित्सा और कुछ मायनों में आर्थिक विकास के भविष्य को भी रीसेट करने की आवश्यकता होगी। इसलिए एक वित्तीय वर्ष समाप्त करने और दूसरा शुरू करने के दौरान एक कदम पीछे हटना और वैश्विक स्थिति और इस परिदृश्य के हिस्से के रूप में भारत की स्थिति का आकलन करना बेहद महत्वपूर्ण है।

जिस प्रकार आर्थिक चक्रों का पूर्वानुमान लगाना कठिन होता जा रहा है इसमें कोई संदेह नहीं है कि जो भारत पहले से ही दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है वह वर्ष 2030 से पहले ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और उसके बाद वर्ष 2050 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

इसमें कोई दो राय नहीं है कि किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए नीति लागू करने और विकास की नींव रखने के लिए एक स्थिर सरकार महत्वपूर्ण है और हमने कई संरचनात्मक सुधारों के कार्यान्वयन के साथ इस प्रभाव को देखा है जो कि मजबूत, टिकाऊ और संतुलित विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह स्थिरता, भारत की जनसांख्यिकी और आंतरिक माँग के निरंतर विस्तार का एक शक्तिशाली संयोजन है।

हमारे देश का जनसांख्यिकीय लाभांश को देखते हुए उम्मीद है कि इससे खपत बढ़ेगी और कर भुगतान करने वाले समाज की रिकॉर्ड गति से वृद्धि होगी। संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या कोष का अनुमान है कि वर्ष 2050 में भी भारत की औसत आयु सिर्फ 38 वर्ष होगी।

इस अवधि में, भारत की जनसंख्या में लगभग 15% वृद्धि होने की उम्मीद है, जो कि 1.6 बिलियन हो जाएगी और प्रति व्यक्ति आय 700% से अधिक बढ़कर लगभग 16,000 अमेरिकी डॉलर हो जाएगी। क्रय शक्ति समता के आधार पर यह प्रति व्यक्ति मीट्रिक 3 से 4 गुना अधिक होगी।

इसे साबित करने के लिए हमारे पास आँकड़े भी मौजूद हैं। हमारी स्वतंत्रता के बाद हमें जीडीपी के पहले ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच स्थापित करने में 58 वर्षों का समय लगा, वहीं दूसरे ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचने में 12 वर्षों और तीसरे ट्रिलियन तक पहुँचने में सिर्फ 5 वर्षों का समय लगा। मेरा अनुमान है कि अगले दशक के भीतर भारत हर 18 महीने में अपनी जीडीपी में एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ना शुरू कर देगा।

यह हमें वर्ष 2050 तक 25 से 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर ले जाएगा और भारत के स्टॉक मार्केट कैपिटलाइजेशन को 40 ट्रिलियन डॉलर से अधिक तक ले जाएगा जो मौजूदा स्तर से लगभग 10 गुना अधिक है।

मैं आपसे आग्रह करूँगा कि इन अविश्वसनीय संभावनाओं पर विचार जरूर करें। आर्थिक विकास और एक जीवंत लोकतांत्रिक समाज को संतुलित करने की भारत की सफलता की कहानी की कोई समानता नहीं है।

हमारी मातृभूमि की विकास गाथा में मेरा विश्वास कभी इतना मजबूत नहीं रहा और अब मैं हमारे परिणामों के बारे में बात करता हूँ-

हमारे वित्त वर्ष 22-23 के परिचालन और वित्तीय परिणाम हमारी सफलता के उतने ही प्रमाण हैं, जितने कि हमारे ग्राहक आधार के निरंतर विस्तार के प्रमाण हैं, चाहे वह बी2बी पक्ष पर हो या बी2सी पक्ष पर।

हमारी बैलेंस शीट, संपत्ति और परिचालन नकदी प्रवाह लगातार सुदृढ़ हो रहे हैं और अब पहले से कहीं अधिक बेहतर हैं। जिस गति से हमने अधिग्रहण करने और उनमें बदलाव लाने में सक्षम रहे हैं, वह पूरे राष्ट्रीय परिदृश्य में बेजोड़ है और इसने हमारे विस्तार को काफी हद तक बढ़ावा दिया है।

हमारी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियाँ हमारे शासन मानकों का प्रमाण हैं। हमारे अंतर्राष्ट्रीय विस्तार का पैमाना ऑस्ट्रेलिया, इज़राइल, बांग्लादेश और श्रीलंका में हमारी सफलता से प्रमाणित होता है।

हमारी कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ इस प्रकार हैं:

  • अदाणी ग्रुप की कंपनियों ने वित्त वर्ष 22-23 के लिए नए वित्तीय प्रदर्शन रिकॉर्ड्स बनाए।

o कुल ईबीआईटीडीए 36% बढ़कर 57,219 करोड़ रुपए हो गया,

o कुल आय 85% बढ़कर 2,62,499 करोड़ रुपए हो गई, और

o कुल पीएटी 82% बढ़कर 23,509 करोड़ रुपए हो गया।

  • ग्रुप के बढ़ते नकदी प्रवाह ने हमारे शुद्ध ऋण-से-चल दर ईबीआईटीडीए अनुपात को 2 गुना से 2.8 गुना तक बेहतर बना दिया है
  • हमारी प्रमुख कंपनी, अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2013 में अपने ईबीआईटीडीए के 50% के बड़े पैमाने पर नए व्यवसायों के साथ अपनी इनक्यूबेशन क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन जारी रखा

o चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट्स में से दो प्रमुख प्रोजेक्ट्स में नवी मुंबई हवाई एयरपोर्ट और कॉपर स्मेल्टर शामिल हैं। दोनों तय समय पर हैं। नवी मुंबई एयरपोर्ट दिसंबर 2024 तक परिचालन तैयारी और एयरपोर्ट परिवर्तन की तैयारी कर रहा है

o वित्त वर्ष 2021-22 में एकीकृत संसाधन प्रबंधन की मात्रा 37% बढ़कर 88 एमएमटी बनाम 64 एमएमटी हो गई

o एनडीटीवी दुनिया भर में दर्शकों की एक विस्तृत श्रृंखला की सेवा के उद्देश्य के तहत अपनी इंटरनेशनल प्रोग्रामिंग और कवरेज का विस्तार कर रहा है

o हमारा डेटा सेंटर जेवी अदाणी कोनेक्स अल्पावधि में 350 मेगावाट क्षमता और मध्यम अवधि में 1 गीगावॉट क्षमता स्थापित करने की ओर अग्रसर है। यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी ऑर्डर बुक है। ग्रीन पॉवर में हमारी शक्ति के रूप में, यह वेंचर गेम चेंजर होगा, क्योंकि गणना दुनिया में सबसे मूल्यवान संसाधन बन जाएगी

  • हरित ऊर्जा की बात करें, तो अदाणी ग्रुप भारत की नेट ज़ीरो यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। हमारे नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने राजस्थान में 14 गीगावॉट की दुनिया की सबसे बड़ी हाइब्रिड सौर-पवन प्रोजेक्ट की शुरुआत की

o हमारा परिचालन नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो 49% बढ़कर 8 गीगावॉट से अधिक हो गया है, जो       कि भारत में सबसे बड़ा परिचालन नवीकरणीय पोर्टफोलियो है। हमारा ध्यान बड़े पैमाने पर सबसे कम लागत वाले हरित इलेक्ट्रॉन का उत्पादन करने पर है और मैं वर्ष 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के हमारे लक्ष्य की एक फिर से पुष्टि करना चाहता हूँ

o अभी कहने के लिए और भी बहुत कुछ है। हम खावड़ा में रेगिस्तान के ठीक बीच में दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बना रहे हैं। यह अब तक का हमारा सबसे जटिल और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट होगा। 72,000 एकड़ में फैला हुआ यह प्रोजेक्ट 20 गीगावॉट हरित ऊर्जा उत्पन्न करने में सक्षम होगा। और हमारा लक्ष्य इसे अपने निष्पादन इतिहास में किसी भी प्रोजेक्ट से अधिक तेजी से बनाने का है

  • पोर्ट्स व्यवसाय सभी मोर्चों पर मजबूती का स्तंभ बना रहा। एपीएसईज़ेड, 70% के पोर्ट ईबीआईटीडीए मार्जिन के साथ विश्व स्तर पर सबसे अधिक लाभदायक पोर्ट ऑपरेटर्स में से एक बना हुआ है और वर्ष 2030 तक हमारा इरादा सिर्फ दुनिया की सबसे अधिक लाभदायक पोर्ट कंपनी बनने का ही नहीं है, बल्कि भारत की सबसे बड़ी परिवहन उपयोगिता बनने का भी है, जो सालाना एक अरब टन कार्गो को संभालने में सक्षम हो

o तब तक, एपीएसईज़ेड कार्बन न्यूट्रल हो जाएगा और इसका ईबीआईटीडीए भी तीन गुना हो जाएगा

o आने वाले 12-24 महीनों में, एपीएसईज़ेड विझिनजाम में भारत का सबसे बड़ा ट्रांसशिपमेंट हब और कोलंबो में एक पोर्ट भी शुरू करेगा

o  इज़राइल में हाइफा बंदरगाह के हमारे अधिग्रहण से हमें अपने पोर्ट्स को हिंद महासागर से लेकर भूमध्य सागर तक जोड़ने की सुविधा मिलेगी, जिससे हमें भारत की विकास गाथा और बहुत बड़े क्षेत्रीय विकास की कहानी का लाभ उठाने की स्थिति मिल सकेगी

  • अदाणी पावर लिमिटेड की बात करें तो हम 6 गीगावॉट अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल गोड्डा पावर प्लांट को सफलतापूर्वक शुरू करने में सक्षम रहे हैं और अब बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति कर रहे हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय विद्युत परियोजनाओं में हमारे प्रवेश का प्रतीक है। इसके अलावा, घरेलू बिजली क्षेत्र में, एपीएल मध्य प्रदेश के महान में एक और 1.6 गीगावॉट अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल प्रोजेक्ट जोड़ रहा है
  • अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड भी ट्रांसमिशन व्यवसाय में तेजी ला रहा है और बाजार की तुलना में तेजी से आगे बढ़ रहा है। एटीएल के राजस्व में 18% की वृद्धि और वार्षिक आय 4,000 करोड़ रुपए को पार करने का अनुमान है। मुझे यह बताते हुए भी बहुत खुशी हो रही है कि एटीएल के मुंबई वितरण व्यवसाय ने 99% की विश्वसनीयता हासिल की है और केंद्रीय विद्युत मंत्रालय द्वारा इसे नंबर एक डिस्कॉम का दर्जा दिया गया है। एटीएल मुंबई को 60% नवीकरणीय ऊर्जा तक ले जाएगा, जिससे यह सौर और पवन से 50% से अधिक बिजली प्राप्त करने वाला दुनिया का पहला मेगा शहर बन जाएगा
  • अदाणी टोटल गैस लिमिटेड ने इस वर्ष राजस्व में 46% की वृद्धि के चलते 4,683 करोड़ रुपए के साथ 1,24,000 घरों तक स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन की पहुँच का विस्तार किया। एटीजीएल तेजी से बढ़ते शहरी ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और जैव ईंधन व्यवसायों के साथ एक पूर्ण स्पेक्ट्रम टिकाऊ ऊर्जा प्रदाता में बदल रहा है
  • अंत में, साझेदारी के मोर्चे पर अदाणी समूह विश्व स्तरीय संपत्तियों के निर्माण और संचालन के हमारे दीर्घकालिक दृष्टिकोण से जुड़े वैश्विक निवेश भागीदारों को आकर्षित करना जारी रखता है। मार्च 2023 में हमने बाजार की अस्थिर स्थितियों के बावजूद जीक्यूजी भागीदारों के साथ 87 बिलियन अमेरिकी डॉलर के द्वितीयक लेनदेन का सफलतापूर्वक निष्पादन किया

मैं हमारे ग्रुप के इतिहास में कभी-भी इतनी सारी उपलब्धियाँ सूचीबद्ध नहीं कर पाया हूँ और आप सभी के समर्थन और हम पर विश्वास के लिए मैं तहे-दिल से आभारी हूँ।

प्रिय शेयरहोल्डर्स, हमारा देश अब अवसरों की सबसे रोमांचक भूमि है। हम हमेशा से ही देश की भलाई के साथ अपने विकास में विश्वास व्यक्त करते आए हैं और हमारा ट्रैक रिकॉर्ड खुद इसे स्पष्ट करता है। ग्रुप ने अपने क्षितिज का विस्तार करते हुए जो कुछ भी बनाया है उसे सुदृढ़ करना जारी रखेगा।

हमारे ग्राहक हमारे लिए बोलते हैं, हमारे निवेशक हमारे लिए बोलते हैं, हमारे शेयरहोल्डर्स हमारे लिए बोलते हैं और हमारे परिणाम हमारे लिए बोलते हैं।

हम औसत वृद्धि संख्या के साथ समझौता करना चुन सकते थे यह हम हर दिन यह विश्वास पर कार्य कर सकते थे कि हम अपने देश द्वारा बनाए गए सबसे प्रभावशाली ग्रुप्स में से एक होने के कगार पर हैं।

44,000 अदाणियों ने बाद वाला विकल्प चुना।

मैं एक बार फिर इस बात पर जोर देना चाहता हूँ कि मैं आपके सभी समर्थन के लिए बहुत आभारी हूँ। यह मेरी सबसे बड़ी ताकत का स्रोत रहा है। यह मेरा वादा है कि आपने मुझ पर और मेरी टीम पर जो भरोसा जताया है, मैं उसे बरकरार रखने की पूरी कोशिश करूँगा।

धन्यवाद् |

जय हिन्द।

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