अदाणी पावर ने 4,000 करोड़ में विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड का अधिग्रहण पूरा किया, उत्पादन क्षमता 18,150 मेगावाट पहुंची
चिरौरी न्यूज
मुंबई: अदाणी पावर लिमिटेड (APL) ने मंगलवार को बताया कि उसने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (VIPL) के अधिग्रहण और रेजोल्यूशन प्लान को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह सौदा 4,000 करोड़ रुपये में हुआ है।
इस अधिग्रहण के साथ अदाणी पावर की परिचालन क्षमता 18,150 मेगावाट तक पहुंच गई है, जिससे यह भारत की सबसे बड़ी निजी बेस लोड बिजली उत्पादन कंपनी बन गई है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक कुल 30,670 मेगावाट की क्षमता हासिल करना है।
अदाणी पावर लिमिटेड के सीईओ एस.बी. ख्यालिया ने कहा, “VIPL का अधिग्रहण संकटग्रस्त परिसंपत्तियों के पुनरुद्धार के माध्यम से मूल्य सृजन की हमारी रणनीति में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम ‘सबके लिए बिजली’ के भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सस्ती, विश्वसनीय और स्थायी बिजली देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
VIPL, नागपुर जिले के बुटीबोरी में स्थित 2×300 मेगावाट की घरेलू कोयला आधारित परियोजना है। यह परियोजना दिवालियापन एवं शोधन अक्षमता संहिता (IBC) के तहत कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस (CIRP) से गुजर रही थी।
18 जून, 2025 को मुंबई बेंच की नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने अदाणी पावर की समाधान योजना को मंजूरी दी थी, जिसे 7 जुलाई, 2025 को सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया।
अदाणी पावर अब ब्राउनफील्ड और ग्रीनफील्ड दोनों परियोजनाओं के माध्यम से अपनी बेस लोड पावर उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रही है। कंपनी वर्तमान में मध्यप्रदेश के सिंगरौली-महान, छत्तीसगढ़ के रायपुर, रायगढ़ और कोरबा, राजस्थान के कवई, और उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में 1,600 मेगावाट की अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट (USCTPP) परियोजनाओं पर काम कर रही है।
इसके अलावा, कंपनी कोरबा में 1,320 मेगावाट के सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट के निर्माण को भी फिर से शुरू कर रही है, जिसे उसने पूर्व में अधिग्रहित किया था।
अदाणी पावर के पास गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, झारखंड और तमिलनाडु में फैले थर्मल पावर प्लांट्स के जरिए कुल 18,150 मेगावाट की स्थापित क्षमता है। इसके अलावा, कंपनी गुजरात में 40 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र भी संचालित करती है।