केरल सरकार पर अमित शाह का बड़ा हमला: “भ्रष्टाचार में डूबी है वामपंथी सरकार, केंद्र के खिलाफ फैला रही झूठ”

चिरौरी न्यूज
तिरुवनंतपुरम: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को वामपंथी नेतृत्व वाली केरल सरकार पर करारा प्रहार करते हुए उसे भ्रष्टाचार, कमजोर शासन व्यवस्था और आपदा राहत कोष को लेकर केंद्र सरकार पर झूठे आरोप लगाने का दोषी ठहराया।
एक प्रमुख मीडिया संस्थान के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि केरल, जो वर्षों से यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के बीच सत्तारूढ़ रहा है, “घोटालों में घिरा हुआ राज्य बन गया है।”
उन्होंने कहा, “सोने की तस्करी का मामला सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया था। इसके अलावा सहकारी घोटाला, एक्जालॉजिक घोटाला और न जाने कितने मामले हैं। लोग राज्य की स्थिति से बेहद नाखुश हैं।”
कानून-व्यवस्था पर भी निशाना
शाह ने कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर भी केरल सरकार को आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि राज्य सरकार राजनीतिक लाभ के लिए सुरक्षा से समझौता कर रही है। उन्होंने कहा, “पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की जड़ें केरल से शुरू होकर उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात तक फैलीं। अगर नरेंद्र मोदी सरकार समय रहते कार्रवाई नहीं करती, तो आज भी यह संगठन सक्रिय होता।”
आपदा राहत कोष को लेकर उठाए सवाल
गृह मंत्री ने केरल सरकार द्वारा बार-बार लगाए जाने वाले इस आरोप को खारिज किया कि केंद्र सरकार राज्य को आपदा राहत में पर्याप्त सहायता नहीं देती। शाह ने स्पष्ट किया कि मोदी सरकार ने केरल को पिछली यूपीए सरकार की तुलना में कहीं अधिक संसाधन मुहैया कराए हैं।
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने हर प्राकृतिक आपदा के समय केरल का साथ दिया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के तहत हमारी सरकार के कार्यकाल में ज्यादा फंड आवंटित हुए हैं। समय पर सहायता दी गई है — चाहे बाढ़ हो, भूस्खलन हो या अन्य आपदाएं।”
राज्य और केंद्र के बीच तनाव जारी
शाह की ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं जब केरल और केंद्र सरकार के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। राज्य सरकार लगातार केंद्र पर भेदभाव का आरोप लगाती रही है, खासकर वित्तीय सहायता को लेकर।
हालांकि, शाह के बयान स्पष्ट करते हैं कि आगामी चुनावों के मद्देनज़र भाजपा अब केरल में अपनी सियासी पकड़ मजबूत करने के लिए हमलावर रुख अपनाएगी।
अपने संबोधन के अंत में शाह ने कहा, “केरल की जनता अब बदलाव चाहती है। और भाजपा इस राज्य में महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार है।” उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा आने वाले चुनावों में केरल में मजबूत प्रदर्शन करेगी।