केवीएस के डिप्टी कमिश्नर द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों से शारीरिक शिक्षा जगत में रोष, पेफी ने की कार्यवाही की मांग
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: केन्द्रीय विद्यालय संघठन के हैदराबाद उपायुक्त के द्वारा शारीरिक और खेल शिक्षकों के लिए आपत्ति और अपमानजनक भाषा के प्रयोग पर पेफी – फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया ने रोष जताते हुए सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। पेफी ने केन्द्रीय विद्यालय संघठन की आयुक्त निधि पाण्डेय को पत्र लिखकर हैदराबाद उपायुक्त मंजुनाथ पर उचित कार्यवाही की मांग की है और कार्यवाही ना होने पर पूरे देश में शारीरिक शिक्षा के लिए काला दिवस मनाया जाएगा।
ज्ञात हो कि 23 अप्रैल को एक ऑनलाइन मीटिंग में उपायुक्त केवीएस हेदराबाद मंजुनाथ ने केन्द्रीय विद्यालय संघटन में कार्यरत शारीरिक शिक्षकों के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि शारीरिक शिक्षक नौकरी मिलने तक तलवे चाटते है और नौकरी मिलने के बाद काम नहीं करते है, पेड़ के नीचे बैठे रहते है और प्रिंसिपल के यहाँ दूध लाने का काम करते है।
पेफी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. पीयूष जैन ने बताया कि इस तरह की आपत्तिजनक भाषा अस्वीकार्य है और शैक्षणिक संस्थानों के भीतर अपेक्षित मूल्यों और व्यावसायिकता को नहीं दर्शाती है। इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियाँ, स्थानांतरण और व्यक्तिगत पूर्वाग्रहों की धमकियों के साथ, छात्रों में अनुशासन, टीमवर्क और खेल भावना पैदा करने में शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को कमज़ोर करती हैं।
पेफी ने इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से भी अनुरोध किया है ताकि आगे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और शारीरिक शिक्षा शिक्षकों का मनोबल बहाल हो सके। चूंकि भारत खेलों में अग्रणी बनने की आकांक्षा रखता है, इसलिए शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की गरिमा और सम्मान को बनाए रखना अनिवार्य है। पेफी केन्द्रीय विद्यालय संघठन से इस मुद्दे को हल करने के लिए समय पर कार्रवाई करने का आग्रह करता है और हितधारकों को शैक्षिक क्षेत्र के भीतर एक सकारात्मक और सम्मानजनक वातावरण बनाने में सहयोग करने के लिए आमंत्रित करता है।
