उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ा अतीक-गैंग का एक और शूटर मुठभेड़ में मारा गया
चिरौरी न्यूज
लखनऊ: उमेश पाल को पहली गोली मारने वाला हमलावर विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। उस्मान सीसीटीवी कैमरे में पॉलीथिन बैग लिए उमेश पाल और उनके अंगरक्षक पर फायरिंग करते हुए देखा गया था।
पुलिस ने पांच शूटरों की पहचान कर ली थी, लेकिन पॉलीथिन बैग पकड़े पहले शूटर का कोई पता नहीं चल सका था। पुलिस ने उस्मान की तलाश जारी रखा।
उमेश पाल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। राजू पाल की हत्या इलाहाबाद (पश्चिम) विधानसभा सीट जीतने के कुछ ही महीनों बाद कर दी गई थी। राजू पाल ने पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम को हराया था।
राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद, उसका भाई और पूर्व विधायक अशरफ मुख्य आरोपी हैं। सभी आरोपी फिलहाल यूपी और गुजरात की जेलों में बंद हैं। उमेश पाल की हत्या में अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ भी प्रमुख संदिग्ध हैं।
उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में उनके आवास के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सीसीटीवी फुटेज में घायल उनके एक अंगरक्षक में उमेश पाल और उनके दो पुलिस अंगरक्षकों में से एक एसयूवी से बाहर निकलते दिख रहे हैं, तभी अचानक पीछे से एक व्यक्ति आया और उन्हें गोली मार दी। उमेश पाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उन्हें सात गोलियां मारी गई थीं।
उमेश पाल को सबसे पहले उस्मान ने गोली मारी थी। एक गोली कथित तौर पर अंगरक्षक को लगी और वह जवाबी कार्रवाई करने में विफल रहा। सीसीटीवी की एक तस्वीर में उस्मान एक पॉलिथीन बैग लिए उमेश पाल पर फायरिंग करता दिख रहा है।
प्रयागराज पुलिस ने उसके मुखबिर नेटवर्क को टैप किया था। दस दिन बीत चुके थे और पुलिस अभी भी अंधेरे में ही हाथ-पाँव टटोल रही थी।
पुलिस को विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी के बारे में गुप्त सूचना मिली और उसे प्रयागराज के कौंधियारा इलाके में देखा गया। सूत्रों ने कहा कि जब पुलिस ने उस्मान को घेर लिया, तो उस्मान ने गोली चला दी और पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। सूत्रों ने कहा कि उस्मान को मुठभेड़ के दौरान गंभीर चोटें आईं और उसे सिविल लाइंस, प्रयागराज में स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल भेजा गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि अतीक अहमद गिरोह का चौधरी प्रयागराज का रहने वाला था और उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे। उमेश पाल हत्याकांड से संबंधित मुठभेड़ में यह दूसरी मौत है।
27 फरवरी को उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और प्रयागराज पुलिस ने एक अन्य आरोपी अरबाज़ को मार गिराया। अरबाज उस कार को चला रहा था, जिसका इस्तेमाल शूटर उमेश पाल को मारने के बाद मौके से भागने के लिए करते थे अरबाज बाइक से भागने की कोशिश कर रहा था तभी पुलिस ने उसका पीछा किया और मुठभेड़ में उसे मार गिराया। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल बरामद की है।