बिहार चुनाव: महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को बनाया मुख्यमंत्री पद का चेहरा, अशोक गहलोत ने किया ऐलान
चिरौरी न्यूज
पटना: हफ्तों की खींचतान और अनिश्चितता के बाद बिहार में महागठबंधन ने आखिरकार राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया है।
चिरौरी न्यूज ने इस आशय की खबर पहले दी थी कि लालू यादव के दवाब में महागठबंधन की कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियां तेजस्वी को सीएम चेहरा बनाने पर सहमत हो गए हैं।
यह ऐलान पटना के होटल मौर्या में आयोजित महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया, जिसमें गठबंधन के सभी प्रमुख दलों के नेता मौजूद थे।
पूर्व राजस्थान मुख्यमंत्री और बिहार चुनाव प्रभारी अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव के नाम की घोषणा करते हुए कहा, “तेजस्वी यादव युवा हैं और अपने वादों को पूरा करने वाले नेता हैं। उन्होंने अपने वचनों को निभाया है और उनके पास लंबा राजनीतिक करियर है। इसलिए हमने फैसला किया है कि इस चुनाव में हम उनके नेतृत्व में उतरेंगे। वे हमारे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।”
गहलोत ने यह भी बताया कि मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है।
सीट बंटवारे पर बनी सहमति
यह निर्णय तब आया है जब महागठबंधन के घटक दलों—खासकर राजद और कांग्रेस—के बीच सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर लंबा विवाद चल रहा था। अंतिम समझौते के अनुसार, राजद 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस को उससे कम सीटें मिलेंगी।
2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन केवल 19 सीटें ही जीत सकी थी। इस बार राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव कांग्रेस को उतनी सीटें देने के पक्ष में नहीं थे, जिसके चलते विवाद गहराया।
कांग्रेस की सुलह के लिए उतरे गहलोत
स्थिति बिगड़ने पर कांग्रेस आलाकमान ने दखल दिया और अशोक गहलोत को पटना भेजा गया ताकि दोनों दलों के बीच समझौता कराया जा सके।
गहलोत ने बुधवार को लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से कहा, “महागठबंधन में सब कुछ ठीक है। हम एकजुट होकर पूरे दमखम से चुनाव लड़ेंगे। कुछ सीटों पर सौहार्दपूर्ण समझौता हो गया है।”
मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर भी शुरू में मतभेद थे। जहां राजद और उसके सहयोगी दल — जैसे CPI-ML, CPI, CPI(M) और वीआईपी — तेजस्वी यादव को पहले ही अपना नेता मान चुके थे, वहीं कांग्रेस चाहती थी कि मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव परिणाम के बाद किया जाए।
लेकिन अब उच्चस्तरीय बातचीत के बाद महागठबंधन ने औपचारिक रूप से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
