बिहार चुनाव: पीएम मोदी का कांग्रेस पर तीखा वार, “पाकिस्तान और कांग्रेस दोनों ऑपरेशन सिंदूर से नहीं उबरे
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, सियासी पारा तेजी से चढ़ता जा रहा है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य के विभिन्न जिलों में ताबड़तोड़ रैलियां कीं और एक-दूसरे पर तीखे हमले बोले।
आरा में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि जब पाकिस्तान में धमाके हो रहे थे, तब कांग्रेस के ‘शाही परिवार’ की नींद उड़ गई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और पाकिस्तान दोनों ही हाल के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से अभी तक उबर नहीं पाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज भारत आतंकवादियों को उनके अड्डों में घुसकर मारता है। हमने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर चलाया — क्या हमने अपनी गारंटी पूरी नहीं की? क्या हर भारतीय को अपने वीर सैनिकों पर गर्व नहीं होना चाहिए? लेकिन कांग्रेस और राजद जैसे दल हमारी सेना की सफलता से भी खुश नहीं हो पा रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि यह “मोदी की गारंटी” थी कि अनुच्छेद 370 को हटाया जाएगा, और अब जम्मू-कश्मीर में भारतीय संविधान पूरी तरह लागू हो चुका है।
प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “जंगल राज वाले” फिर से सत्ता में आने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने भोजपुरी में कहा, “खेत उजाड़ने वाला अब नए बीज बोने की बात कर रहा है।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस पार्टी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानने को तैयार नहीं थी, लेकिन राजद ने ‘कट्टा रखकर’ कांग्रेस को झुकने पर मजबूर किया।
1984 के सिख विरोधी दंगों पर कांग्रेस पर निशाना
इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “1 और 2 नवंबर 1984 को दिल्ली में सिखों का नरसंहार हुआ था। जिन लोगों ने यह अपराध किया, उन्हें कांग्रेस ने ही बढ़ावा दिया। कांग्रेस इस नरसंहार के प्रति हमेशा बेपरवाह रही है।”
उन्होंने एनडीए की विकास योजनाओं और “विकसित भारत, विकसित बिहार” के विज़न पर जोर देते हुए 6 और 11 नवंबर को होने वाले मतदान में एनडीए को वोट देने की अपील की।
राहुल गांधी का पलटवार
उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेगूसराय और खगड़िया में रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “बड़ा सीना होने से आप मजबूत नहीं हो जाते। महात्मा गांधी कमजोर कद-काठी के थे, लेकिन उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य को झुका दिया। दूसरी ओर, हमारे पास 56 इंच का सीना दिखाने वाले मोदी हैं, जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ट्रंप का फोन आने पर घबराहट हो गई।”
राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी न केवल डोनाल्ड ट्रंप से डरते हैं, बल्कि अंबानी और अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों के रिमोट कंट्रोल से भी चलते हैं।
उन्होंने कहा, “1971 में जब अमेरिका ने इंदिरा गांधी को धमकी दी थी, तब उन्होंने डरने के बजाय निर्णायक कदम उठाया। लेकिन जब ट्रंप ने मोदी को ऑपरेशन सिंदूर रोकने को कहा, तो उन्होंने तुरंत उसे रोक दिया।”
राहुल गांधी ने आगे कहा कि मोदी बेरोज़गारी जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए युवाओं को ‘रील देखने’ में उलझा रहे हैं।
“मोदी कहते हैं कि भाजपा ने सस्ता इंटरनेट दिया है ताकि आप रील बना सकें। लेकिन जब आप रील देखते हैं, तो उसका पैसा अंबानी की जेब में जाता है,” उन्होंने तंज कसा।
राहुल ने अपनी ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के बारे में कहा कि इसका मकसद देश के असली मुद्दों, बेरोज़गारी, महंगाई और सामाजिक न्याय, को जनता के सामने लाना है।
बिहार में दो चरणों में मतदान होगा — पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर को, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
