बिहार विधानसभा चुनाव: हिंसा पर ‘ज़ीरो टॉलरेंस’, सीईसी ज्ञानेश कुमार ने दी शांतिपूर्ण चुनाव की गारंटी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या को लेकर उठे विवाद के बीच, मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को राज्य में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की नीति हिंसा के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ की है।
एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में सीईसी ने कहा, “निर्वाचन आयोग का हिंसा के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस है। बिहार में चुनाव पूरी शांति, कानून व्यवस्था और पारदर्शिता के साथ कराए जाएंगे, ताकि हर मतदाता को अपनी इच्छा के अनुसार मतदान करने का अवसर मिल सके। उम्मीद है कि सभी मतदाता इस लोकतांत्रिक पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।”
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर, दूसरा चरण 11 नवंबर, और मतगणना 14 नवंबर को होगी।
कानपुर में मथुर वैश्य समाज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) दुनिया का सबसे बड़ा मतदाता सूची शुद्धिकरण अभियान है।
उन्होंने कहा, “जब 12 राज्यों में 51 करोड़ मतदाताओं की सूचियां पूरी तरह शुद्ध हो जाएंगी, तो यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा — ऐसा प्रयास पहले कभी नहीं किया गया।”
उन्होंने कहा कि जब यह प्रक्रिया देशभर में पूरी हो जाएगी, “तो आपको अपने निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन आयुक्त दोनों पर गर्व होगा।”
जेडीयू प्रत्याशी की गिरफ्तारी से बढ़ी सियासी हलचल
सीईसी का यह बयान ऐसे समय में आया जब मोकामा से जेडीयू प्रत्याशी आनंद सिंह को जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की। यह घटना 30 अक्टूबर (गुरुवार) को मोकामा के खुशहाल चक इलाके में हुई थी। जानकारी के अनुसार, जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी उर्फ लल्लू मुखिया अपने समर्थकों के साथ प्रचार कर रहे थे। उनके साथ 75 वर्षीय दुलारचंद यादव भी मौजूद थे, जो पूर्व आरजेडी नेता और स्थानीय प्रभावशाली व्यक्ति थे।
इसी दौरान जेडीयू प्रत्याशी आनंद सिंह और उनके समर्थक भी उसी रास्ते से गुजर रहे थे। दोनों पक्षों में बहस हुई, जो जल्द ही पत्थरबाज़ी और झड़प में बदल गई। इस हिंसा में दुलारचंद यादव गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई। घटना के बाद मोकामा और आसपास के इलाकों में तनाव फैल गया, जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी तरह की और हिंसा या अशांति को रोका जा सके।
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव पूरी सुरक्षा और निष्पक्षता के साथ कराए जाएंगे, और किसी भी प्रकार की हिंसा या दबाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
