जन्मदिन विशेष: बेहतरीन अदाकारी और खूबसूरती का मिश्रण हैं डिंपल कपाड़िया
शिवानी रज़वारिया
नई दिल्ली: हिंदी सिनेमा के गिने चुने प्रतिभावान अभिनेत्रियों में डिम्पल कपाड़िया का नाम शुमार होता है, और क्रिटिक्स तो यहाँ तक कहते हैं की डिम्पल ने अपनी प्रतिभा का सही इस्तेमाल नहीं किय। बेहतरीन अदाकारी और सुंदरता का मिश्रण बिरले ही देखने को मिलता है, लेकिन डिम्पल ने अपनी पहली ही फिल्म से दर्शकों को बता दिया था कि वो फिल्म इंडस्ट्री में लम्बी पारी खेलने के लिए आयी है। हालाँकि कुछ व्यक्तिगत कारणों से वह कुछ समय के लिए फिल्मो से दूर हो गयी थी लेकिन जब वापस आयी तो रुदाली और जख्मी औरत, सागर जैसी कुछ यादगार फिल्मों में भूमिका निभाई।
हिंदी सिनेमा की अभिनेत्री डिम्पल कपाड़िया का जन्म चुन्नीभाई कपाड़िया के घर 8 जून 1957 में हुआ था। डिम्पल के पिता बेहद अमीर व्यक्ति थे। उनकी अमीरी के किस्से काफी मसूर हैं वो अक्सर ‘समुद्र महल’ में फिल्म सितारों को दावतों पर बुलाया करते थे ऐसी ही एक पार्टी से डिंपल कपाड़िया का फिल्मी सफ़र तय हो गया था। कहा जाता है कि एक पार्टी में फिल्मकार राज कपूर ने 13 साल की डिम्पल को देखा और उन्हें देखते ही उनके जहन में वो बस गई। राज कपूर की महत्वाकांक्षी फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ जब रिलीज हुई तो दर्शकों का भरपूर प्यार नहीं जुटा पायी। तब राज कपूर ने नए कलाकारों को लेकर फिल्म बॉबी बनाने का फैसला किया। फिल्म में अपने बेटे ऋषि कपूर और डिम्पल कपाड़िया को मुख्य भूमिका के लिए साइन कर लिया। दोनों ही कलाकारों का नया दौर था उस समय डिम्पल की उम्र मात्र 16 वर्ष थी।
डिंपल केवल 16 साल की थी जब उनकी मुलाक़ात उस दौर के सुपरस्टार राजेश खन्ना से हुई। राजेश खन्ना डिंपल को पसंद करने लगे थे फिल्म रिलीज़ होने से कुछ महीने पहले ही डिंपल राजेश खन्ना से मिली थी। एक दिन राजेश खन्ना समुंदर किनारे डिम्पल को ले गए और अचानक उन्होंने डिम्पल के आगे शादी का प्रस्ताव रख दिया। डिंपल को सब सपने जैसा लगा। वह कुछ समझ नहीं पा रही थी और उन्होंने तुरंत हां कह दिया।
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की शादी की खूब चर्चा हुई। डिंपल कपाड़िया राजेश खन्ना से 15 साल छोटी थी। राजेश खन्ना उस जमाने के स्टार हीरो थे उन्हें लोग बहुत पसंद किया करते थे। उससे भी रोचक बात यह है डिंपल कपाड़िया खुद राजेश खन्ना की बहुत बड़ी फैन थी और स्कूल के टाइम में उनकी पिक्चर देखा करती थी। ऋषि कपूर डिंपल कपाड़िया की फिल्म बॉबी सुपर डुपर हिट रही थी। काफी कॉन्ट्रोवर्सी भी हुई थी। उस टाइम की सबसे बोल्ड फिल्मों में गिरी जाने वाली फिल्म बॉबी देखने के बाद युवा लड़के डिंपल कपाड़िया के दीवाने हो गए थे। रातो रात डिंपल कपाड़िया सुपरस्टार बन गई थी।
डिंपल कपाड़िया ने भी नहीं सोचा था कि उनकी फिल्म बॉबी इतनी बड़ी सुपर डुपर हिट हो जाएगी और लोग उसे इतना प्यार देंगे। फिल्म बॉबी के लिए डिंपल कपाड़िया को फिल्म फेयर अवार्ड भी दिया गया। बॉबी की शूटिंग के दौरान डिंपल को अभिनय का ज्यादा अनुभव नहीं था राज कपूर ने उनकी काफी मदद भी की थी।
कहा जाता है कि राजेश खन्ना ने डिंपल कपाड़िया से शादी करते वक्त प्रस्ताव रखा था कि शादी के बाद फिल्मों में काम नहीं करेंगी। शायद यही कारण रहा कि दोनों के बीच कड़वाहट जगह बना ली। दोनों के रिश्ते में एक वक्त ऐसा गया जब डिंपल कपाड़िया ने अपनी दोनों बेटियों के साथ राजेश खन्ना का घर छोड़ने का फैसला कर लिया और उस वक्त राज कपूर ने उन्हें समझाया और ऐसा करने से रोका। पर जब पानी सिर के ऊपर आ गया तब डिम्पल ने राजेश का घर छोड़ दिया। राजेश खन्ना का घर छोड़कर आने के बाद डिम्पल के पास फिल्मों की लाइन लग गई थी। सभी निर्माताओं के साथ काम करने के लिए बेहद उत्साहित थें।
डिंपल कपाड़िया ने फिल्म बॉबी के 11 साल बाद 1984 में फिल्म ‘जख्मी शेर’ में काम किया इस फिल्म में डिम्पल के हीरो जीतेन्द्र थे जितेंद्र राजेश खन्ना की बहुत अच्छे दोस्त थे। डिम्पल को अपने दौर की सबसे खूबसूरत हीरोइनों में से एक माना जाता है। एक मशहूर पत्रिका ने उन्हें बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में मधुबाला के बाद दूसरा स्थान दिया था।
डिम्पल ने ‘सागर’, ‘जांबाज’, ‘जख्मी औरत’ जैसी फिल्मों में जबरदस्त काम किया है जो उस दौर में बड़ी बात मानी गई। फिल्म ‘जांबाज’ में अनिल कपूर के साथ एक दृश्य फिल्माने पर डिंपल कपाड़िया ने अनिल कपूर के शरीर पर ढेर सारे बाल देख कर कहा था कि इन्हें नाई के पास लेकर जाइए यह बात अनिल कपूर को काफी बुरी भी लगी थी। डिम्पल बंटवारा जैसी फिल्मों में धर्मेन्द्र की हीरोइन रही तो वहीं उनके बेटे सनी देओल की अर्जुन, मंजिल जैसी फिल्मों में हीरोइन का रोल निभाया।
अलग होने के बाद राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया के बीच का रिश्ता थोड़ा ठीक होने लगा था। राजेश खन्ना ने लोकसभा का चुनाव लड़ा तब डिंपल कपाड़िया ने उनके लिए प्रचार भी किया था । राजेश खन्ना ने ‘जय शिव शंकर’ नामक फिल्म में डिम्पल को अपनी हीरोइन के रूप में चुना। यह फिल्म अधूरी ही रह गई।
रुदाली (1993) के लिए डिम्पल को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। बॉबी (1973), सागर (1985), रुदाली (1993) और क्रांतिवीर (1994) के लिए वे फिल्मफेअर पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं। सनी देओल और जैकी श्रॉफ के साथ डिम्पल की जोड़ी को खासा पसंद किया गया। सनी और डिम्पल की नजदीकियों की काफी चर्चा रही। दोनों ने अपने इस रिश्ते को कभी भी सार्वजनिक रूप से नहीं स्वीकारा। डिम्पल ने मोमबत्ती डिजाइनर का काम भी किया हैं और उनकी डिजाइन की गई मोमबत्तियां बेहद महंगे दामों में बिकी है।
करियर के शिखर दिनों में डिम्पल बेहद मूडी थी। इस वजह से कई निर्माता-निर्देशक परेशान हुए, जिनमें फिरोज खान जैसे दिग्गज भी थे। कुछ फिल्म निर्देशकों का मानना है कि डिम्पल की खूबसूरती उनके करियर में बाधा भी बनी।