ऋषि कपूर का यादगार सफर कभी नहीं भूल सकता बॉलीवुड 

Juhi Chawla remembers Rishi Kapoor as 'the most natural actor ever'शिवानी रजवारिया

नई दिल्ली: पूरा बॉलीवुड इस समय शोक की लहर से गुजर रहा है हिंदी सिनेमा के दो ऐसे सितारे अब हमारे बीच नहीं रहे जिनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर पाएगा। अक्सर देखा जाता है बॉलीवुड अभिनेताओं की छवि उनके द्वारा फिल्मों में निभाए गए किरदारों से होती हैं। उनकी फिल्मों के किरदार, उनके फैंस की जुबान पर रहते हैं।

बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर का यूँ चले जाना पूरे हिंदी सिनेमा के लिए बहुत बड़ा झटका है। अमिताभ बच्चन से लेकर सलमान खान, शाहरुख खान, करीना कपूर, सैफ अली खान सहित सभी अभिनेता, डायरेक्टर ,प्रोड्यूसर और राजनेता,फैंस उनके तमाम चाहने वाले ऋषि कपूर को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।

ऋषि कपूर का यादगार सफर..

बॉलीवुड इंडस्ट्री में अगर परिवार की बात की जाए तो कपूर खानदान का नाम सबसे पहले लिया जाता है। पृथ्वीराज कपूर, राज कपूर, शम्मी कपूर, शशी कपूर रणधीर कपूर जैसे महान अभिनेताओं का हिंदी सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कपूर खानदान में जन्मे ऋषि कपूर में जन्म से ही एक अभिनेता के गुण थे। उन्होंने बाल अवस्था से ही अपने दादा पृथ्वीराज कपूर निर्देशित नाटक ‘पठान’ में अभिनय किया था। फिल्म “मेरा नाम जोकर” से अपनी अदाकारी का परिचय देना शुरू कर दिया था। ऋषि कपूर का जन्म 4 सितंबर 1952 को हुआ था।

राजकपूर के मझले बेटे ऋषि कपूर बचपन से ही स्वभाव से काफी सरल और हंसमुख थे। उन्हें प्यार में चिंटू बुलाया जाता था।आज भी उनके चाहने उन्हें चिंटू ही कह कर बुलाते है। हालांकि पहले वे काफी शर्मीले थे, जैसा उन्होंने मेरा नाम जोकर में अपने पिता राजकपूर के बचपन का रोल किया और फिर बॉबी में एक शर्मीले युवक का किरदार भी उन्होंने बखूबी निभाया। ऋषि कपूर का फिल्मों से जन्म से ही नाता रहा है उनका बचपन उनके दादा पापा के साथ सेट पर ही गुजरा है।

ऋषि कपूर के कैरियर की शुरुआत “मेरा नाम जोकर” से ठीक 3 साल बाद फिल्म “बॉबी” से हुई जिसमें उन्होंने एक कम उम्र के नौजवान का रोल निभाया था। फिल्म बॉबी उस समय की काफी प्रचलित मूवी रही। बॉबी फिल्म की शूटिंग के लिए ऋषि कपूर स्कूल बंक किया करते थे और स्कूल से भागने में उनका साथ खुद उनके पापा दिया करते थे। इसके बाद हिंदी सिनेमा में उनका सफर शुरू हुआ तो बस आगे बढ़ता ही चला गया।

फिल्म बॉबी 1973 में रिलीज़ हुई थी जिसके बाद 1998 की फिल्म ‘कारोबार’ तक यानी पच्चीस साल तक ऋषि कपूर ने रोमांटिक हीरो की छवि से अपने चाहने वालो का दिल जीता। ऋषि कपूर ने बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया है। ऋषि कपूर को पहले चॉकलेटी हीरो के तौर पर जाना जाता था। ऋषि कपूर ने अपने फिल्मी करियर में बहुत से ऐसे किरदार निभाए जो हमेशा यादगार रहेंगे उन्होंने तमाम फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है।

निराशा के पल…
हर कलाकार की जिंदगी में एक दौर ऐसा जरूर आता है जब वह आसमान से जमीन पर गिरता है और फिर उठता है यह बहुत आम बात है जो सभी पर लागू होती है। ऋषि कपूर की जिंदगी में भी ऐसे बहुत से पल आए है। फिल्म बॉबी के सुपरहिट होने के बाद ऋषि कपूर फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स की डिमांड पर थे।
1974 में नीतू सिंह के साथ ऋषि कपूर की फिल्म “जहरीला इंसान” रिलीज हुई जो दर्शकों को पसंद नहीं आई और फ्लॉप हो गई लेकिन दोनों की जोड़ी को काफी पसंद किया गया। इसके बाद दोनों ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया। फिल्म ,”कर्ज़” से भी ऋषि कपूर को बॉबी जैसी सफलता नहीं मिली जिससे निराश होकर ऋषि कपूर अवसाद की स्थिति में रहने लगे।
ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा खुल्लम-खुल्ला में यह बात साझा की है कि जब फिल्म नहीं चल रही थी तो वह अपनी पत्नी नीतू सिंह को उसका दोषी मानते थे उस समय नीतू सिंह प्रेग्नेंट थी जिस कारण दोनों के बीच काफी तनाव भी बढ़ गया था। उन्होंने अपनी आत्मकथा में बहुत कम उम्र में जल्दी फिल्में मिलना अपना सौभाग्य माना है. शुरआती दौर में उन्हें फिल्मे मिलने में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन जब उनकी फिल्में फ्लॉप हुई तो वह उस निराशा को सहन करने के लिए तैयार नहीं थे, जिस कारण वे काफी टूट गए थे।

ऋषि कपूर अपने हंसमुख चेहरे और चमचमाती हंसी से लोगों का दिल तो जीतते ही थे साथ ही अपने अंतिम सालों में बेबाकी से देने वाले जवाबों के कारण सवालों के घेरे में भी रहें। हाल ही में देश में चल रही कोरोना वायरस पर किए ट्वीट में उनकी बेबाकी का सबूत मिलता है। सोशल मीडिया पर बेबाकी से अपनी बात रखने वाले ऋषि कपूर अपने ट्वीट्स के चलते हमेशा सुर्खियों में रहते थे।


भारत में जब से कोरोना ने दस्तक दी है तब से ऋषि कपूर ने अपने ट्वीट्स की दस्तक से काफी सुर्खियां बटोरी हैं। आइए बताते हैं आपको उनके सुर्खियों में रहें महत्वपूर्ण ट्वीट्स:-

इमरजेंसी लगा देनी चाहिए:-” मेरे प्यारे भारतवासियों हमें एमरजैंसी लगा देनी चाहिए।जरा देखो पूरे देश में क्या हो रहा है अगर टीवी की रिपोर्ट्स की मानें तो लोग पुलिसवालों और मेडिकल स्टाफ को पीट रहे हैं इस स्थिति को नियंत्रित करने का और कोई तरीका नहीं है। यह हम सबके लिए अच्छा होगा। लोग दहशत में आ रहे हैं।”
शराब की दुकानें खुलनी चाहिए:- “सरकार को किसी वक्त शाम को सारी शराब की दुकानें खोल देनी चाहिए। मुझे गलत मत समझिए । आदमी इस डिप्रेशन, अनिश्चिता के साथ घर पर बैठा रहेगा। पुलिस डॉक्टर और नागरिकों को यह सब निकालने के लिए कुछ चाहिए। ब्लैक में तो बिक ही रहा है राज्य सरकारों को एक्साइज ड्यूटी से पैसे कमाने रहते हैं। फ्रस्ट्रेशन से डिप्रेशन नहीं बढ़ना चाहिए। जैसे पी तो रहे हैं, लीगलाइज कर दो कोई हिपोक्रेसी नहीं।”

कोई नहीं इसे भी देख लेंगे

वहीं, लॉकडाउन लगाने के वक्त उन्होंने पीएम मोदी का समर्थन करते हुए कहा था, ‘एक सबके लिए, सब एक के लिए। हमें वही करना है जो हमें करना है। हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं है। हम एक दूसरे को बिजी रखेंगे और आने वाले समय के लिए बात करते रहेंगे। कोई चिंता की बात नहीं है। आप लोग घबराए नहीं। इसको भी देख लेंगे। पीएम जी चिंता मत करो। हम आपके साथ हैं।

कोरोना वायरस के लिए चीन जिम्मेदार

ऋषि कपूर ने कोरोना वायरस के लिए चीन को जिम्मेदार बताते हुए कहा, ‘यदि यह माना जाए कि यह कोरोनवायरस कैसे प्रस्फुटित हुआ, तो दुनिया के प्रत्येक देश को उस देश को गंभीरता से लेना चाहिए जहां यह शुरू हुआ था। अत्यधिक लापरवाही से भरा कार्य। इस काम ने जीवन को खतरे में डालने के अलावा मानवता को भारी नुकसान पहुंचाया है। कृपया सभी लोग सुरक्षित और सावधान रहें।’

साथ ही ऋषि कपूर ने कई फनी वीडियो भी शेयर किए थे। एक वीडियो में एक शख्स लेपटॉप पर वीडियो चलाकर पैसे उड़ा रहा है। तो ऋषि कपूर ने उस शख्स के लिए कहा कि ऐसे पैसे भी घर पर रहेंगे और मजा भी आएगा।

बॉलीवुड के जगमगाते सितारे के यादगार सफर को बयान करने में शब्द कम पड़ जाएंगे पर उनकी यादें हमेशा दिलों में तरोताजा रहेंगी। इसी के साथ चिरौरी परिवार की ओर से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि!

 

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