डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए उपाय सुझाने हेतु केंद्र सरकार गठित करेगा पैनल
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को डॉक्टरों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया, क्योंकि कोलकाता में 31 वर्षीय पीजी प्रशिक्षु के साथ क्रूर बलात्कार और हत्या के खिलाफ भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल के मद्देनजर राज्यों में सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ घटना के बाद फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA), इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और दिल्ली के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की।
मंत्रालय ने स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे सभी संभावित उपायों का सुझाव देने के लिए एक समिति गठित करने का आश्वासन दिया।
इसने कहा कि राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों के प्रतिनिधियों को पैनल के साथ अपने सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। विभिन्न संघों ने कार्यस्थल पर स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर अपनी चिंता के बारे में अपनी मांगें रखीं।
मंत्रालय ने कहा कि उसने प्रतिनिधियों की मांगों को सुना है और उन्हें स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है। इसमें कहा गया है कि सभी संघों के प्रतिनिधियों को सूचित किया गया कि सरकार स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ है और उनकी मांगों के प्रति संवेदनशील है।