चिदंबरम के ऑपरेशन ब्लू स्टार पर बयान से मचा सियासी भूचाल, कांग्रेस में बढ़ी नाराजगी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर दिए गए बयान ने सियासी हलकों में खलबली मचा दी है। हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटरेचर फेस्टिवल में बोलते हुए चिदंबरम ने कहा, “ऑपरेशन ब्लू स्टार गलत तरीका था और मैं मानता हूं कि श्रीमती गांधी ने उस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह फैसला सिर्फ इंदिरा गांधी का नहीं था बल्कि सेना, पुलिस, खुफिया एजेंसियों और सिविल सेवाओं का सामूहिक निर्णय था। चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लैक थंडर की तुलना करते हुए कहा कि “वह सही तरीका था जिसमें सेना को दूर रखा गया।”
इस बयान के बाद कांग्रेस के भीतर गहरा असंतोष देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस हाईकमान से लेकर जमीनी कार्यकर्ता तक चिदंबरम के बयान से नाखुश हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने सवाल उठाते हुए कहा, “चिदंबरम जिस तरह से कांग्रेस के खिलाफ बयान दे रहे हैं, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला लंबित है। क्या किसी दबाव में आकर वह ऐसा कर रहे हैं?”
बीजेपी नेता टॉम वडक्कन ने चिदंबरम के बयान को “दिलचस्प पछतावा” करार दिया और कहा कि अब जाकर कांग्रेस नेता यह स्वीकार कर रहे हैं कि ऑपरेशन ब्लू स्टार एक गलती थी।
चिदंबरम इससे पहले भी चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों पर यूपीए सरकार की प्रतिक्रिया को लेकर बड़ा खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते सैन्य कार्रवाई नहीं की थी और केवल कूटनीतिक मार्ग चुना गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को भी कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए इस्तेमाल किया और पूछा कि “आखिर कौन थे वो लोग जिन्होंने दुनिया के दबाव में आकर भारत की सेना को रोक दिया? कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए।”
चिदंबरम के हालिया बयानों से कांग्रेस को एक बार फिर बैकफुट पर आना पड़ा है और पार्टी में अंदरूनी मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। पार्टी के कुछ नेता जहां इसे “निजी राय” बताकर मामले को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं कुछ खुलकर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर चिदंबरम जैसे वरिष्ठ नेता बार-बार ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं जो पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं।
