CEC ज्ञानेश कुमार ने IDEA 2026 की अध्यक्षता स्वीकार की, भारत की लोकतांत्रिक विरासत पर बात की

Chief Election Commissioner Gyanesh Kumar highlights India's democratic legacy as he accepts the chairmanship of IDEA 2026चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र और निर्वाचन सहायता संस्थान (इंटरनेशनल IDEA) की सदस्य देशों की परिषद के 2026 के लिए चेयर के रूप में अपनी औपचारिक नियुक्ति स्वीकार की।

इस अवसर पर उन्होंने भारत की प्राचीन लोकतांत्रिक परंपरा और चुनाव आयोग के पारदर्शी तथा विश्वसनीय चुनाव संचालन के लंबे अनुभव को रेखांकित किया। सदस्य देशों, पर्यवेक्षक राष्ट्रों और इंटरनेशनल IDEA के अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने पहले हिंदी और फिर अंग्रेज़ी में अपने वक्तव्य दिए।

उन्होंने बताया कि भारत का चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है, जो राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, संसद और राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव कराने की जिम्मेदारी निभाती है।

उन्होंने कहा कि 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 90 करोड़ से अधिक मतदाताओं वाला भारत लगभग 75 वर्ष की यात्रा में एक मजबूत, परिपक्व और सुसंगठित निर्वाचन प्रणाली विकसित कर चुका है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि लोकसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग “दुनिया का सबसे बड़ा संगठन” बन जाता है, जिसमें एक मिलियन से अधिक कर्मियों की तैनाती होती है।

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि इंटरनेशनल IDEA की सदस्य देशों की परिषद का चेयर चुना जाना भारत के लिए गर्व का विषय है। 35 लोकतांत्रिक सदस्य देशों और दो पर्यवेक्षक राष्ट्रों वाले इस अंतर-सरकारी संस्थान का नेतृत्व मिलना वैश्विक लोकतांत्रिक समुदाय द्वारा भारत के निर्वाचन तंत्र पर जताए गए भरोसे को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि “हर भारतीय इस प्रतिष्ठित जिम्मेदारी को पाकर सम्मानित महसूस करता है,” और यह भूमिका भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों तथा पारदर्शिता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ करेगी।

अपने संबोधन में उन्होंने आश्वासन दिया कि चेयर के रूप में वे सभी लोकतांत्रिक देशों के सहयोग से विश्वभर में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की पारदर्शिता और मजबूती बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने भारत के लोकतांत्रिक इतिहास और सभ्यतागत विरासत का उल्लेख करते हुए देश को “लोकतंत्र की जननी” और आज की दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बताया। उन्होंने “जय हिंद, जय भारत” के साथ अपना वक्तव्य समाप्त किया।

चेयरशिप स्वीकार करने का समारोह स्टॉकहोम में आयोजित किया गया, जहां भारत के स्वीडन में राजदूत अनुराग भूषण ने उनका स्वागत किया। बाद में उन्होंने इंटरनेशनल IDEA के महासचिव डॉ. केविन कासास-ज़मोरा के साथ बातचीत की। संस्थान ने हाल ही में हुई परिषद की बैठक के बाद भारत के 2026 के लिए चुने जाने की घोषणा की, जिसके साथ भारत ने स्विट्जरलैंड से यह जिम्मेदारी औपचारिक रूप से ग्रहण की।

चुनाव आयोग ने कहा कि यह चुनाव भारत की उस भूमिका की अंतरराष्ट्रीय मान्यता है, जिसमें वह एक संस्थापक सदस्य के रूप में लंबे समय से लोकतांत्रिक सुधारों और संस्थागत मजबूती में योगदान देता आया है। ज्ञानेश कुमार ने 2024 के आम चुनाव का उल्लेख करते हुए बताया कि 743 राजनीतिक दलों के 20,000 से अधिक उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया, जो इसे दुनिया की सबसे विशाल लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में से एक बनाता है।

2017 से इंटरनेशनल IDEA का सदस्य रहा भारत अब 2026 में संगठन की प्राथमिकताओं, लोकतांत्रिक सहायता ढांचे और सदस्य देशों के साथ सहयोग की दिशा तय करने में अग्रणी भूमिका निभाएगा। संस्था का जनादेश वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र को सुदृढ़ करने, तुलनात्मक ज्ञान उपलब्ध कराने, चुनावी प्रक्रियाओं और कानून के शासन को समर्थन देने तथा राजनीतिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। संगठन में वर्तमान में यूरोप, एशिया-प्रशांत, अफ्रीका और अमेरिका के 35 लोकतांत्रिक देश शामिल हैं, और इसका चेयर हर वर्ष बदलता है।

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