मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पीएम मोदी से सीमांकन मुद्दे पर आपात बैठक की मांग की

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने प्रस्तावित सीमांकन अभ्यास के बारे में चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आपात बैठक की मांग की है।
सीएम स्टालिन ने प्रधानमंत्री से मुलाकात का अनुरोध करते हुए कहा कि वे विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों के साथ प्रधानमंत्री से मिलकर सीमांकन के मुद्दे पर अपनी चिंताओं को पेश करना चाहते हैं।
सीएम स्टालिन ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म “X” पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मान्यवर प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi, मैंने आपसे अनुरोध किया है कि आप, विभिन्न दलों के सांसदों के साथ, हमारे द्वारा प्रस्तावित सीमांकन के मुद्दों पर एक ज्ञापन प्रस्तुत करने के लिए मुझसे मुलाकात करें। यह ज्ञापन चेन्नई में ‘फेयर डिलीमिटेशन’ पर हुई संयुक्त क्रियावली समिति (JAC) की बैठक के प्रस्तावों के आधार पर है। हम आपके समय का सादर अनुरोध करते हैं ताकि हम इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर हमारी एकजुट स्थिति को व्यक्त कर सकें। आपके शीघ्र उत्तर की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”
सीएम स्टालिन ने इससे पहले 27 मार्च को प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने इस बैठक के लिए समय मांगा था।
पत्र में सीएम स्टालिन ने कहा कि वे विभिन्न राजनीतिक दलों के चुनिंदा सांसदों के साथ प्रधानमंत्री से मिलकर उस ज्ञापन को प्रस्तुत करना चाहते हैं, जिसमें हाल की चर्चाओं में उठाए गए मुद्दों को संकलित किया गया है।
सीएम स्टालिन ने 22 मार्च को चेन्नई में आयोजित ‘फेयर डिलीमिटेशन’ पर संयुक्त क्रियावली समिति (JAC) की बैठक को महत्वपूर्ण बताया, जिसमें विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और प्रमुख राजनीतिक नेता शामिल हुए थे।
समिति ने यह भी आशंका जताई थी कि प्रस्तावित सीमांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी हो सकती है और इसमें राज्य सरकारों, राजनीतिक दलों और नागरिक समाज की उचित भागीदारी की आवश्यकता है।
इसके अलावा, समिति ने यह भी चिंता जताई कि जो राज्य जनसंख्या नियंत्रण में सफल रहे हैं, उन्हें संसद में प्रतिनिधित्व में कमी का सामना नहीं करना चाहिए।