गौतम अदाणी ने कहा, स्वच्छ ऊर्जा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता से होगा भविष्य निर्माण
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा है कि स्वच्छ ऊर्जा (Clean Energy) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) इस सदी को परिभाषित करने वाली दो प्रमुख शक्तियाँ हैं। उनका लक्ष्य भारत को “दुनिया का सबसे सतत (Sustainable) इंटेलिजेंस हब” बनाना है।
गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “हमारा राष्ट्र स्वच्छ ऊर्जा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के संगम पर खड़ा है — ये दो ताकतें इस सदी को परिभाषित करेंगी। अदाणी-गूगल साझेदारी विशाखापट्टनम में एक ऊर्जा-कुशल एआई भविष्य गढ़ने में मदद करेगी। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है: भारत को दुनिया का सबसे सतत इंटेलिजेंस हब बनाना।”
उन्होंने हाल ही में घोषणा की कि अदाणी एंटरप्राइजेज अपनी संयुक्त उद्यम कंपनी AdaniConneX के माध्यम से गूगल के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में भारत का सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर कैंपस और ग्रीन एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करेगा।
अदाणी ने कहा, “भारत के लिए ऐतिहासिक दिन! अदाणी समूह को गर्व है कि हम गूगल के साथ साझेदारी कर रहे हैं ताकि विशाखापट्टनम में भारत का सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर कैंपस बनाया जा सके — जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।”
इस अत्याधुनिक सुविधा में Tensor Processing Units (TPU) और Graphics Processing Units (GPU) आधारित कंप्यूट पावर होगी, जो डीप लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क ट्रेनिंग और बड़े एआई मॉडल के संचालन के लिए आवश्यक है। यह परियोजना भारत के प्रमुख क्षेत्रों — जैसे स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स और वित्त — के लिए एआई-आधारित समाधान विकसित करने में मदद करेगी।
गौतम अदाणी ने कहा, “हम भारत की एआई क्रांति को ऊर्जा देने वाला इंजन बना रहे हैं। यह देश के सबसे प्रतिभाशाली मस्तिष्कों को जटिल चुनौतियों के समाधान के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करेगा।”
गूगल का यह एआई हब प्रोजेक्ट लगभग 15 अरब डॉलर (2026 से 2030 के बीच) के बहुआयामी निवेश के रूप में विकसित होगा, जिसमें गीगावॉट-स्तरीय डेटा सेंटर संचालन, सबसी केबल नेटवर्क और स्वच्छ ऊर्जा का संयोजन शामिल होगा — जो भारत में सबसे मांग वाली एआई वर्कलोड्स को शक्ति प्रदान करेगा।
