कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप: गोल्ड मेडल जीतने के बाद चानू ने कड़ी मेहनत और कोचों को दिया श्रेय

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू ने सोमवार को अहमदाबाद में आयोजित कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में महिलाओं के 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर एक शानदार वापसी की। पेरिस ओलंपिक 2024 में चौथे स्थान पर रहने के बाद यह उनकी पहली प्रतिस्पर्धी उपस्थिति थी और चानू ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए 193 किलोग्राम (स्नैच में 84 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 109 किग्रा) का कुल भार उठाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
चानू ने इस प्रतियोगिता में नए 48 किलोग्राम वजन वर्ग में भाग लिया, जिसे अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग महासंघ (IWF) द्वारा हाल ही में पुनर्गठित किया गया है। मुकाबले के बाद मीराबाई चानू ने अपनी खुशी साझा करते हुए कहा:
“अहमदाबाद में स्वर्ण पदक जीतना मेरे लिए बेहद खास है। पेरिस ओलंपिक के बाद एक साल में अपने देश में प्रतिस्पर्धा करना एक यादगार अनुभव रहा। दर्शकों का समर्थन मेरे लिए बहुत प्रेरणादायक था। यह जीत मेरी मेहनत, मेरे कोचों की मार्गदर्शन और पूरे देश के समर्थन का नतीजा है। यह मेरे लिए अक्टूबर में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले आत्मविश्वास बढ़ाने वाला क्षण है और मैं आगे भी भारत को गौरवान्वित करने की पूरी कोशिश करूंगी।”
इस जीत के साथ चानू ने न केवल अपने शानदार करियर में एक और पदक जोड़ा, बल्कि 2026 में ग्लासगो में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए सीधी योग्यता भी हासिल की। यह चानू का कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कुल पांचवां पदक है — इससे पहले उन्होंने 2013, 2017 और 2019 में स्वर्ण और 2015 में रजत पदक जीता था।
पूर्व विश्व चैंपियन चानू ने स्वीकार किया कि यह प्रदर्शन वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी में उन्हें आत्मविश्वास देगा।
भारत के लिए यह दिन और भी खास रहा, क्योंकि युवा भारोत्तोलकों ने भी दमदार प्रदर्शन किया। प्रीतिस्मिता भोई ने महिलाओं के 44 किलोग्राम वर्ग में भारत का पदक खाता खोलते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने स्नैच में 63 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 87 किग्रा उठाकर कुल 150 किलोग्राम का भार उठाया और युथ कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड्स भी बनाए।
पुरुषों के वर्ग में, धर्मज्योति ने 56 किलोग्राम वर्ग में स्नैच में 97 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 127 किग्रा उठाकर कुल 224 किलोग्राम भार के साथ स्वर्ण पदक जीता और युथ कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड भी तोड़ा।
इस प्रतियोगिता में 31 देशों के 300 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं और भारत ने 16 सदस्यीय सीनियर दल उतारा है, जिसकी अगुवाई मीराबाई चानू कर रही हैं। उनके साथ चार रिजर्व खिलाड़ी भी टीम में शामिल हैं।
मीराबाई की यह वापसी भारत के लिए एक प्रेरणादायक पल है, जो आने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स के लिए देश को उम्मीद की नई रोशनी देती है।