देश भर में हो रहा है कोरोना का टीकाकरण, एम्स के सफाई कर्मचारी को दिया गया पहला वैक्सीन
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है और आज पहले दिन तक़रीबन 3 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जायेगी। पिछले साल जनवरी में कोरोना का पहला केस मिलने के बाद इस महामारी ने हज़ारों लोगों की जान ले ली और लाखों लोग इस से बीमार हो गए। देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका सबसे बुरा असर हुआ। लाखों लोगों की नौकरियां चली गयी , उद्योग धंधे सब चौपट हो गए, लेकिन आज कोरोना की टीकाकरण शुरू होते ही एक नई आस जगी है कि आनेवाले समय में इस बीमारी से सफलता पूर्वक लड़ा जा सकेगा। पहले फेज में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका रूपी कवच मिलेगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस महाभियान की आज शुरुआत की है।
एम्स अस्पताल में पहली वैक्सीन लगवाने वाले सफाई कर्मचारी मनीष कुमार ने कहा, ‘मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है, वैक्सीन लगने से मुझे कोई झिझक नहीं होगी और मैं अपने देश की और सेवा करता रहूंगा। लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मेरे मन में जो डर था वो भी निकल गया। सबको वैक्सीन लगवानी चाहिए।’
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, “सभी को इस दिन का बेसब्री से इंतजार था। उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण 167 बूथों पर होगा सभी को टीकाकरण करने में एक से डेढ़ साल का समय लगेगा। तब तक हमें COVID संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करना जारी रखना होगा।”
लेकिन कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए कहा, “कई डॉक्टर्स ने सरकार के साथ कोवैक्सीन की प्रभावकारिता और सुरक्षा के संबंध में सवाल उठाए हैं और कहा है कि लोग यह नहीं चुन पाएंगे कि वे किस वैक्सीन को लेना चाहते हैं। यह सूचित सहमति के पूरे सिद्धांत के खिलाफ जाता है। अगर वैक्सीन इतनी सुरक्षित और विश्वसनीय है और वैक्सीन की प्रभावकारिता सवाल से परे है तो फिर यह कैसे हो सकता है कि सरकार में से किसी ने भी खुद को टीकाकरण के लिए आगे नहीं बढ़ाया है।”