सीएम योगी ने दीवाली कार्यकर्ता मिलन समारोह में कहा, ‘दीपोत्सव ने राम मंदिर निर्माण की प्रतिज्ञा को साकार किया’
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिटी मोंटेसरी स्कूल, लखनऊ, में आयोजित दीवाली कार्यकर्ता परिवार मिलन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन सनातन धर्म की प्राचीन सांस्कृतिक परंपराओं का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हमारे त्योहार केवल आनंद के अवसर नहीं हैं, बल्कि समाज को दिशा देने वाली ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव ने वर्षों पुरानी राम मंदिर निर्माण की प्रतिज्ञा को साकार कर दिया है। लाखों दीपों की रोशनी के बीच लिया गया संकल्प आज भव्य राम मंदिर के रूप में सामने आया है, जो आज संपूर्ण सनातनियों के लिए गौरव का प्रतीक बन चुका है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “संतों के आशीर्वाद और श्रद्धालुओं की तपस्या ने इस मंदिर को साकार किया है। 25 नवंबर के बाद यह मंदिर और भी भव्य रूप में सामने आएगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 और 2017 से पहले ईद मिलन जैसे आयोजन आम थे, लेकिन सनातनी त्योहारों पर सामाजिक एकता के आयोजन बहुत कम होते थे। “आज होली और दीवाली मिलन समारोह सामाजिक समरसता और एकता के प्रतीक बन चुके हैं,” उन्होंने जोड़ा।
उन्होंने 2017 में अयोध्या दीपोत्सव की शुरुआत को याद करते हुए कहा, “जब मैंने पहली बार दीपोत्सव का प्रस्ताव रखा, तो कई लोगों ने पूछा कि दीये जलाने से क्या होगा? मैंने कहा, हर दीपक सनातन धर्म के संकल्प का प्रतीक है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि वही सामूहिक संकल्प आज भव्य राम मंदिर के रूप में साकार हुआ है। “हमने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या रखा, जो हमारी गुलामी की याद दिलाता था। यह भी हमारे संकल्प की शक्ति थी।”
विकसित भारत की दिशा में एकता के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का शताब्दी संकल्प राष्ट्र को सुरक्षा, समृद्धि और आत्मनिर्भरता की दिशा में ले जा रहा है। दीवाली मिलन जैसे आयोजन हमारे सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करते हैं।”
मुख्यमंत्री योगी ने स्वदेशी अपनाने की अपील करते हुए कहा, “धनतेरस पर स्वदेशी बर्तन, सोना-चांदी खरीदें। जैसे हमारे रक्षा मंत्री देश की सेना को स्वदेशी हथियारों से सशक्त बना रहे हैं, वैसे ही हमें भी भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देनी चाहिए।”
अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री ने हर नागरिक से अपील की कि वह इस दीपावली एक गरीब परिवार को मिठाई, गोबर से बने दीपक और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भेंट करें, ताकि हर घर में रोशनी का यह पर्व मनाया जा सके।
