कोरोना के समय में डिजिटल कनेक्टिविटी वरदान साबित हुई: पीम मोदी
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ई-नाम योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की जिसमें उन्होंने कोरोना महामारी के समय डिजिटल इंडिया के महत्त्व पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कल्पना कीजिए कि अगर डिजिटल कनेक्टिविटी नहीं होती तो कोरोना में क्या स्थिति होती। डिजिटल इंडिया मतलब सबको अवसर, सबको सुविधा, सबकी भागीदारी।
मोदी ने डिजिटल इंडिया के द्वारा किसानों मजदूरों को पहुंचाए गए आर्थिक सहायता के बारे में कहा कि, ये तभी संभव हो सका जब लोगों ने डिजिटल इंडिया को अपनाया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ई-नाम पोर्टल इसलिए बनाया गया है ताकि किसान देश की सभी मंडियों में अपनी फसल का सौदा कर सके। इस पोर्टल पर किसान और व्यापारी बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, आरोग्य सेतु ऐप का कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली। टीकाकरण के दौरान दुनिया के कई देश कोविन ऐप में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वे चाहते हैं कि उनके देश में भी इस योजना का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि कोविड काल में हमने अनुभव किया कि डिजिटल इंडिया ने हमारे काम को कितना सरल बना दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के जीवन में डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 1 लाख 35 करोड़ रुपए सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं। डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन MSP की भावना को भी साकार किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब हमारी कोशिश है कि गांव में सस्ती और अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी मिले। सस्ते मोबाइल और दूसरे माध्यम उपलब्ध हो ताकि गरीब से गरीब बच्चा भी अच्छी पढ़ाई कर पाएं।