नसीरुद्दीन शाह की आलोचना पर पहली बार बोले फरहान अख्तर, ‘अगर इज़्ज़त नहीं तो बातचीत का मतलब नहीं’

Farhan Akhtar spoke for the first time on criticism of Naseeruddin Shah, 'If there is no respect then there is no point in talking'चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली:  अभिनेता-निर्देशक फरहान अख्तर ने आखिरकार दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह द्वारा उनकी अभिनय क्षमता और फिल्मों को लेकर की गई आलोचनात्मक टिप्पणी पर चुप्पी तोड़ी है। फरहान, जिन्होंने नसीरुद्दीन शाह के साथ फिल्म ‘ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा’ में स्क्रीन साझा की थी, ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने क्यों इस टिप्पणी के बाद शाह से संपर्क नहीं किया।

गैल्लाटा प्लस को दिए एक इंटरव्यू में फरहान ने कहा, “मैं 25 साल से फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहा हूं। कुछ निर्देशक, अभिनेता और लेखक ऐसे हैं जिन्हें मैं जानता हूं और जिन्होंने मुझसे 10 साल बाद डेब्यू किया है। अगर मुझे उनके काम में कुछ ऐसा लगता है जो बेहतर हो सकता है, तो मैं उन्हें फोन करता हूं या मिलकर बात करता हूं – लेकिन एक संवेदनशील तरीके से, क्योंकि आप किसी की रचनात्मक प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं।”

फरहान ने आगे कहा, “लेकिन यह सब एक सम्मान और प्रेम की भावना के साथ होना चाहिए। मुझे ऐसा नहीं लगा कि उनकी टिप्पणी उस भावना से की गई थी। मुझे ऐसा लगा जैसे यह बस एक सार्वजनिक बयान था। अगर किसी को आपके लिए इज़्ज़त नहीं है, तो फिर मैं क्यों संपर्क करूं? ये बात मेरे लिए साफ थी। अगर उन्हें वाकई कुछ कहना था, तो वह मेरे पिताजी जावेद अख्तर, शबाना आज़मी, मेरी मां या मुझसे कह सकते थे। हम ‘ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा’ में साथ काम कर चुके हैं, तो यह कहना बहुत आसान होता कि चलो मिलते हैं और बात करते हैं।”

गौरतलब है कि नसीरुद्दीन शाह ने 2013 में टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, “फरहान अख्तर की फिल्में मुझे खास पसंद नहीं हैं। उनकी पहली फिल्म ‘दिल चाहता है’ मुझे अच्छी लगी थी। वह एक बेहतरीन इंसान हैं और उनमें कई खूबियां हैं। कल अगर सुनूं कि उन्होंने 10 तरह की डिश एक साथ बना लीं, तो भी हैरानी नहीं होगी। वह गाते हैं, एक्टिंग करते हैं, फिल्म बनाते हैं और लिखते भी हैं। यह सब बहुत अच्छा है। लेकिन बतौर अभिनेता या उनके सिनेमा का मैं बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं। हालांकि, मैं उनकी सराहना करता हूं।”

फरहान अख्तर, जो मशहूर पटकथा लेखक जावेद अख्तर के बेटे हैं, ने अपने करियर की शुरुआत एक असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में की थी। उन्होंने ‘दिल चाहता है’, ‘लक्ष्य’ और ‘डॉन’ जैसी चर्चित फिल्मों का निर्देशन किया है। वहीं, अभिनय में भी उन्होंने ‘रॉक ऑन!’, ‘भाग मिल्खा भाग’, ‘लक बाय चांस’ और ‘दिल धड़कने दो’ जैसी फिल्मों में अपनी खास पहचान बनाई है।

फरहान इस समय अपनी अगली फिल्म ‘120 बहादुर’ की तैयारियों में जुटे हैं।

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