2014 से 2024 लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक: नरेंद्र मोदी का एक दशक का प्रधानमंत्रित्व काल और ‘विकसित भारत’ की यात्रा
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: 2014 का वह ऐतिहासिक दिन – जब नरेंद्र मोदी ने भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली – भारतीय राजनीति में एक युगांतकारी बदलाव का प्रतीक बन गया। उस दिन से लेकर आज तक, मोदी ने देश को जिस दिशा में आगे बढ़ाया, वह विकास, निर्णायक नेतृत्व और वैश्विक महत्वाकांक्षा की कहानी है।
2014 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 282 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया। यह 1984 के बाद किसी एक पार्टी को मिली पहली पूर्ण बहुमत की सरकार थी। मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने “सबका साथ, सबका विकास” का नारा देकर जनता का विश्वास जीता और एक दशक पुराने कांग्रेस नीत यूपीए शासन को सत्ता से बाहर कर दिया।
शपथ और संसद की शुरुआत
नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद 16वीं लोकसभा का पहला सत्र 4 जून से 11 जून 2014 तक चला। कमलनाथ को प्रो-टेम स्पीकर बनाया गया जबकि सुमित्रा महाजन को 6 जून को लोकसभा अध्यक्ष चुना गया। एम. थंबीदुरई (AIADMK) उपाध्यक्ष बने। इस लोकसभा में कोई पार्टी 10% सीटों के आंकड़े तक नहीं पहुंची, जिससे आधिकारिक विपक्ष का पद खाली रह गया।
2019 और 2024: मोदी की चुनावी हैट्रिक
मोदी की लोकप्रियता 2019 में और बढ़ी जब भाजपा ने 303 सीटों के साथ और भी प्रचंड बहुमत प्राप्त किया। इस कार्यकाल में धारा 370 हटाना, नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू करना और कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक स्तर पर सराहनीय टीकाकरण अभियान जैसे बड़े निर्णय लिए गए।
2024 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के साथ मोदी ने पं. नेहरू जैसे नेताओं की कतार में खुद को स्थापित किया। भाजपा नीत एनडीए ने एक बार फिर बहुमत हासिल कर मोदी को तीसरी बार जनादेश दिया — यह भारतीय लोकतंत्र में एक दुर्लभ उपलब्धि है।
सुरक्षा और वैश्विक प्रभाव
उरी (2016), पुलवामा (2019) और पहलगाम (2025) जैसे आतंकी हमलों के बाद मोदी सरकार की “घर में घुसकर मारने” की नीति ने भारत की सुरक्षा रणनीति को नया आयाम दिया। भारत अब एक आत्मविश्वासी राष्ट्र के रूप में उभर चुका है जो विश्व मंच पर जलवायु परिवर्तन, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और वैश्विक दक्षिण के पक्ष में मुखर भूमिका निभा रहा है।
विकसित भारत 2047 की ओर
मोदी सरकार का अब लक्ष्य है भारत को 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना और 2047 तक ‘विकसित भारत’ का सपना साकार करना। इसके लिए व्यापक सुधारों और योजनाओं की श्रृंखला तैयार की गई है — जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा, डिजिटल कनेक्टिविटी, और रोजगार सृजन।
नरेंद्र मोदी का अब तक का एक दशक भारतीय राजनीति में परिवर्तन, स्थिरता और वैश्विक प्रभाव की मिसाल है। 2014 में एक उम्मीद के साथ शुरू हुई यह यात्रा अब “विकसित भारत” की परिकल्पना की ओर अग्रसर है — जहां हर क्षेत्र में भारत वैश्विक मंच पर अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
भारत के लोकतंत्र में मोदी युग को एक ऐसे कालखंड के रूप में याद किया जाएगा जिसने न केवल सरकार बदल दी, बल्कि शासन की शैली, उद्देश्य और दिशा भी पूरी तरह से रूपांतरित कर दी।