हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में ताश के पत्तों की तरह गिरे घर, कई लोगों के फंसे होने की आशंका
चिरौरी न्यूज
शिमला: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के आनी कस्बे में गुरुवार को सात इमारतें गिरने से कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। ये सभी इमारतें शहर के न्यू बस स्टैंड क्षेत्र के पास स्थित थीं और कुछ दिन पहले ही स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों के बाद इन सभी को पहले ही खाली कर दिया गया था।
घटना के दो वीडियो में लोगों को प्रभावित इलाके से सुरक्षित स्थानों की ओर भागते देखा जा सकता है। ये इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं। कुछ दिन पहले स्थानीय अधिकारियों ने चेतावनी जारी कर निवासियों से इन इमारतों को खाली करने को कहा था।
Massive Landslide In Himachal's Kullu, Several Houses Collapse #HimachalPradesh #HimachalDisaster pic.twitter.com/UStHlvysea
— TrendWatchTower (@TrendWatchTower) August 24, 2023
हिमाचल प्रदेश में बारिश की मार
इस महीने में राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं के कारण 120 लोगों की जान जा चुकी है। हिमाचल प्रदेश में 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से कुल 238 मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि 40 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। मौसम विभाग (MeT) ने गुरुवार को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
भूस्खलन और बारिश के कारण राज्य में राजमार्गों और अन्य संपर्क सड़कों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 21 (मंडी-कुल्लू मार्ग) और एनएच 154 (मंडी-पठानकोट) कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गए हैं।
इस मानसून में, हिमाचल प्रदेश में अब तक तीन बार तीव्र वर्षा हुई है। प्रारंभिक घटना 9 और 10 जुलाई को हुई, जिससे मंडी और कुल्लू जिलों में काफी तबाही हुई। दूसरा तूफान 14 और 15 अगस्त को शिमला और सोलन जिलों में आया और मंगलवार की रात को तीसरा भयंकर तूफान आया, जिससे शिमला शहर को भारी झटका लगा।
राज्य के आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया है कि 12,100 से अधिक घर या तो पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में बारिश की चेतावनी के मद्देनजर जनता से सतर्क रहने का आग्रह किया है। राज्य पुलिस ने भी निवासियों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।