हेमंत सोरेन की झारखंड के मुख्यमंत्री पद पर वापसी की पहल तेज, चंपई सोरेन ने ‘नाराज’ होकर लिखा नोट
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन ने हेमंत सोरेन को नेता चुना है, जिसके बाद वे फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। हेमंत सोरेन ने जनवरी में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पिछले हफ्ते उन्हें जमानत मिल गई थी। JMM नेता ने सभी आरोपों से इनकार किया है। पिछले हफ्ते उन्हें जमानत देते हुए झारखंड हाई कोर्ट ने कहा था कि यह मानने के पर्याप्त कारण हैं कि वे “आरोपित अपराध के दोषी नहीं हैं”। हालांकि, सब कुछ ठीक नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, हेमंत सोरेन के पद छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री बने चंपई सोरेन उन्हें बदलने के फैसले से खुश नहीं हैं। पता चला है कि चंपई सोरेन को JMM का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, JMM विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन ने कहा कि वे “अपमानित” महसूस कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी ने हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता घोषित कर दिया। चंपई सोरेन आज शाम राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं, जिससे हेमंत सोरेन के पदभार संभालने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने आज चंपई सोरेन के आवास पर एक बैठक के दौरान हेमंत सोरेन की वापसी पर आम सहमति बनाई। बैठक में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और हेमंत सोरेन की पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन शामिल हुईं।
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रम आज रद्द होने के बाद नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही थीं।
झारखंड में चुनाव होने में अभी कुछ महीने बाकी हैं और झामुमो हेमंत सोरेन को अपना चेहरा बनाकर चुनाव लड़ने की सोच रहा है। लेकिन चंपई सोरेन को बदलने का फैसला विपक्षी भाजपा को चुनावों से पहले हथियार मुहैया कराएगा और उसके वंशवाद को मजबूत करेगा।
भाजपा के आक्रामक रुख को और मजबूत करते हुए झारखंड के गोड्डा से पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि “झारखंड में चंपई सोरेन का युग खत्म हो गया है”।
झामुमो पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “परिवारवादी पार्टी में परिवार से बाहर के लोगों का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है। मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लें और भ्रष्ट हेमंत सोरेन जी के खिलाफ खड़े हों।”
67 वर्षीय चंपई सोरेन झामुमो के वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी के संस्थापक और हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन के साथ दशकों से जुड़े हुए हैं। इससे पहले वे हेमंत सोरेन सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।