इजरायल ने कहा, अल शिफ़ा अस्पताल हमास आतंकियों का अड्डा था

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने दावा किया कि उसे अल शिफा और गाजा में एक अन्य चिकित्सा सुविधा अल कुद्स अस्पताल में भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक मिले हैं।
इसके साथ ही इजरायली सेना ने कहा कि उसे गाजा की अल शिफा अस्पताल के बाहरी क्षेत्र में हमास निर्मित सुरंग मिलहाई जिसका इस्तेमाल आतंकी कर रहे थे।
इज़राइल ने बुधवार को अल शिफ़ा अस्पताल पर छापा मारा था, जिसमें दावा किया गया था कि इसका इस्तेमाल हमास द्वारा चिकित्सा सुविधा के तहत नियंत्रण केंद्र के रूप में किया जा रहा था। इजरायली सेना ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा अगवा की गई 65 वर्षीय महिला का शव अल शिफा अस्पताल के पास मिला।
जिस दिन इजराइल पर हमला हुआ था उस दिन हमास के आतंकवादियों ने येहुदित वीस नाम की महिला को बेरी पड़ोस से अपहरण कर लिया था। द होस्टेजेस एंड मिसिंग पर्सन फ़ैमिलीज़ फ़ोरम के अनुसार, उनके पति शमूएल 7 अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान मारे गए थे।
हमास ने अल शिफा अस्पताल पर इजरायली छापे की निंदा की और सैन्य उद्देश्यों के लिए सुविधा का उपयोग करने के दावों को खारिज कर दिया। समूह ने दावा किया कि यह “स्पष्ट रूप से झूठी कहानी की पुनरावृत्ति थी, जो कि कब्जे वाले सेना के प्रवक्ता के कमजोर और हास्यास्पद प्रदर्शन से प्रदर्शित होती है”।
इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीबीएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि उनके देश के पास “मजबूत संकेत” हैं कि अल शिफा अस्पताल में हमास द्वारा कुछ बंधकों को रखा गया था। छापेमारी के कारण को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा, “और यह एक कारण है कि हम अस्पताल में क्यों घुसे।”
उन्होंने कहा, “अगर वे थे, तो उन्हें बाहर निकाल दिया गया।”
नेतन्याहू ने दावा किया कि इजराइल के पास बंधकों के बारे में खुफिया जानकारी थी। उन्होंने कहा, “मैं इसके बारे में जितना कम कहूं उतना बेहतर होगा।”
इज़राइल ने गाजा में ईंधन आयात से इनकार कर दिया है, यह दावा करते हुए कि इसका इस्तेमाल हमास अपनी सेनाओं के खिलाफ सैन्य अभियानों को बढ़ावा देने के लिए कर सकता है।