जेट एयरवेज की 538 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय ने की जब्त

Jet Airways' assets worth Rs 538 crore seized by Enforcement Directorate
(Pic: Twitter)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत जेट एयरवेज की 538 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत जांच एजेंसी की जब्ती में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल, उनके बेटे और उनकी पत्नी से जुड़ी कई संपत्तियां शामिल हैं।

लगभग 26 वर्षों तक पूर्ण-सेवा वाणिज्यिक वाहक जेट एयरवेज ने वित्तीय कठिनाइयों और नकदी की कमी के बाद अप्रैल 2019 में परिचालन बंद कर दिया। 2019 में, गोयल के एयरलाइन के अध्यक्ष पद से हटने के बाद, जेट एयरवेज ने उसी साल जून में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में दिवालियेपन के लिए याचिका दायर की थी।

लंदन, दुबई और भारत के विभिन्न राज्यों में स्थित 17 आवासीय फ्लैट/बंगले और वाणिज्यिक परिसर सहित संपत्तियां जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता गोयल और बेटे निवान गोयल से जुड़ी विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों के तहत पंजीकृत हैं।

74 वर्षीय नरेश गोयल को केनरा बैंक में 538 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मामले में ईडी ने सितंबर की शुरुआत में गिरफ्तार किया था।

ईडी ने यह भी आरोप लगाया है कि अपराध की आय का उपयोग करके विदेशों में संपत्तियां खरीदी गईं। साथ ही, जांच एजेंसी ने मंगलवार को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल और पांच अन्य के खिलाफ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के मामले में आरोप पत्र दायर किया।

जेट एयरवेज के संस्थापक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला कथित बैंक धोखाधड़ी मामले के संबंध में गोया, उनकी पत्नी अनीता और कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) से उपजा है। जुलाई में, ईडी ने गोयल और मामले में नामित अन्य लोगों के खिलाफ छापेमारी की।

सीबीआई की एफआईआर केनरा बैंक की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने जेआईएल को 848.86 करोड़ रुपये की क्रेडिट सीमा और ऋण मंजूर किए थे, जिसमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया थे। सीबीआई ने यह भी माना कि खाते को 29 जुलाई, 2021 को “धोखाधड़ी” घोषित किया गया था।

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